जानें क्या है प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के नाम पर वायरल हो रही इस तस्वीर का सच

बुधवार, 20 मई 2020 (11:41 IST)
कोरोना वायरस के चलते पूरा देश 24 मार्च से लॉकडाउन में है। जिसके बाद लाखों मजदूर अपने-अपने घरों की ओर वापस लौट रहे हैं। इस दौरान कई मार्मिक तस्वीरें सामने आई हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल रही है, जिसमें एक महिला छोटे से बच्चे को अपनी पीठ पर कपड़े से बांधकर साइकल चलाती नजर आ रही है।

क्या है वायरल-

तस्वीर शेयर कर पोस्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन के बीच एक भारतीय महिला मजदूर पीठ पर अपने बच्चे को बांधे साइकल से अपने गांव पहुंचने की कोशिश कर रही है। इस तस्वीर को कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी मंगलवार को अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया था। उन्होंने इस तस्वीर को कैप्शन दिया, ‘न्यू इंडिया का सच!’।

क्या है सच-

दावा गलत है। वायरल तस्वीर का भारत से कोई लेना-देना नहीं है। भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने बताया है कि यह तस्वीर पुरानी है और भारत की नहीं है।

Claim: Message circulating on Social Media with an image, of a woman riding a bicycle with baby on her back, attributing to Migrant situation in the country.#PIBFactCheck: #Fake. The image is old and NOT from India. Beware of Old images & videos being shared out of context. pic.twitter.com/xjM5VT6ce7

— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 19, 2020


आपको बता दें कि वायरल तस्वीर नेपाल की है और साल 2012 में खींचा गया था। यह तस्वीर यूरोपीयन प्रेस फोटो एजेंसी (EPA) की है, जिसे नरेंद्र श्रेष्ठ नाम के फोटोग्राफर ने 29 जून, 2012 को नेपालगंज में खींची थी।

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