केरल में पटाखों से भरा अनानास खाने की वजह से 27 मई को एक गर्भवती हथिनी की मौत हो गई। जिसके बाद ट्विटर पर #Malappuram ट्रेंड करना लगा। बीजेपी नेता मेनका गांधी समेत कई लोगों ने गर्भवती हाथिनी की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए मल्लपुरम का विशेष उल्लेख किया। इसके साथ ही, लोगों ने इस घटना को सांप्रदायिक देना शुरू कर दिया, क्योंकि मल्लपुरम केरल का मुस्लिम बहुल जिला है।
‘मलप्पुरम नहीं पल्लकड़ की है घटना’
यह दर्दनाक घटना केरल के मलप्पुरम जिले का नहीं है, बल्कि पल्लकड़ जिले की है। दरअसल, शुरुआत में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस घटना को मलप्पुरम को बताया गया था। हालांकि, बाद में कई मीडिया रिपोर्ट्स में भूल सुधार कर लिया गया।
फसल बचाने का उपाय
केरल के स्थानीय इलाकों में अनानास या मीट में हल्के विस्फोटक पैक करके जानवरों को खेतों में आने से रोकना काफी प्रचलित है। इसे मलयालम में ‘पन्नी पड़कम’ कहा जाता है जिसका मतलब है ‘पिग क्रैकर’।
वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट्स का मानना है कि विस्फोटक और अलग-अलग तरह के जाल का इस्तेमाल सिर्फ केरल में ही नहीं पूरे भारत में किया जाता है।
केरल के मुख्य वाइल्ड लाइफ वार्डन आईएफएस सुरेंद्र कुमार ने हमारी सहयोगी बीबीसी को बताया कि ऐसा हो सकता है कि पटाखे रखने का मुख्य मकसद जंगली सुअरों को खेतों से दूर करना था। हालांकि दो अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद ही स्थिति ज्यादा स्पष्ट हो पाएगी।
बता दें, गर्भवती हथिनी की मौत के मामले में केरल पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। एक पुलिस अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है और यह भी बताया है कि इस मामले में दो अन्य लोगों की तलाश जारी है।