कोरोना महामारी से बचाव के लिए दुनिया भर में वैक्सीन लगाई जा रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक दावे ने लोगों को डरा दिया है। दावा है कि हॉलीवुड सुपरस्टार विल स्मिथ की फिल्म आई एम लीजेंड में वैक्सीन की नाकामी से जॉम्बी बनते लोगों की कहानी दिखाई गई थी। इस दावे के बाद सोशल मीडिया यूजर्स कोरोना वैक्सीन को लेकर अपनी चिंता जाहिर करने लगे।
क्या है वायरल-
फिल्म के एक सीन का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए फेसबुक यूजर्स लिख रहे हैं, “याद है, आई एम लेजेंड में बीमारी नहीं बल्कि वैक्सीनेशन लोगों को जॉम्बी बनाता है।”
वहीं, एक अन्य फेसबुक यूजर ने लिखा, “मैं किसी को डराना नहीं चाहता लेकिन आई एम लीजेंड में साल 2021 की कहानी दिखाई गई थी, जिसमें एक शहर के लोग वैक्सीन की नाकामी के कारण जॉम्बी बन गए थे।”
क्या है सच-
पड़ताल के दौरान हमें न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के इन दावे को लेकर फैक्ट चेक मिले। रॉयटर्स ने वायरल हो रहे दावों को गलत बताया है। न्यूज एजेंसी ने अपने फैक्ट चेक में बताया कि फिल्म आई एम लीजेंड में साल 2021 की नहीं बल्कि साल 2012 की कहानी दिखाई गई थी और लोग किसी वैक्सीन के नाकाम होने की वजह से नहीं, बल्कि इंसान के बनाए एक वायरस की वजह से जॉम्बी में तब्दील हो रहे थे।
साल 2007 में आई फिल्म आई एम लीजेंड एक साइंस फिक्शन फिल्म है, जिसमें कैंसर के इलाज के लिए बनाए गए एक वायरस की वजह से दुनिया के ज्यादातर लोग मर चुके हैं और जो जिंदा हैं, वो जॉम्बी बन गए हैं। साइंटिस्ट रॉबर्ट नेविल रेडियो सिग्नल भेजकर दूसरे जिंदा लोगों से संपर्क करने और इस वायरल का इलाज ढूढने की कोशिश करते हैं।