घोष ने कहा कि हमें इस तरह के नतीजों की उम्मीद कभी नहीं थी। लोगों से हमें जो प्रतिक्रिया और रुझान मिल रहे थे, वे कुछ अलग बता रहे थे। लेकिन हम इस नतीजे को स्वीकार करते हैं और अब एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने सीटों के मामले में अपनी स्थिति में सुधार किया है, हालांकि पार्टी का लक्ष्य सरकार बनाना था। टीएमसी से आए नेताओं के चुनाव हारने के सवाल पर घोष ने कहा कि ऐसा लगता है कि लोगों ने टीएमसी से भाजपा में आने वालों को स्वीकार नहीं किया। घोष ने कहा कि भाजपा बहुत कम अंतर के साथ कई सीटें हार गईं और पार्टी हार के कारणों का पता लगाने के लिए गहराई से मंथन करेगी। (भाषा)