ममता ने मंगलवार को नंदीग्राम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं मंदिर गई थी पुरोहित ने पूछा कि मेरा गोत्र क्या है? मुझे याद आया कि त्रिपुरेश्वरी मंदिर में अपना गोत्र मां, माटी, मानुष बताया था लेकिन आज जब मुझसे पूछा गया तो मैंने कहा कि पर्सनल गोत्र शांडिल्य है लेकिन मैं समझती हूं कि मेरा गोत्र मां-माटी-मानुष है।'
भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि रोहिंग्या को वोट के लिए बसाने वाले, दुर्गा/काली पूजा रोकने वाले, हिंदुओ को अपमानित करने वाले, अब हार के ख़ौफ से गोत्र पर उतर गए। 'शांडिल्य गोत्र' सनातन और राष्ट्र के लिए समर्पित है, वोट के लिए नहीं।
एक अन्य ट्वीट में गिरिराज सिंह ने कहा, 'ममता दीदी, अब तो पता करना होगा कि रोहिंग्या और घुसपैठियों का भी गोत्र शांडिल्य है क्या?'