क्या है वर्ल्ड मलाला डे का इतिहास?
विश्व मलाला दिवस की शुरुआत 2013 में की गई थी। इस दिवस के शुरू होने के एक साल बाद मलाला को पाकिस्तान में तालिबान बंदूकधारी ने गोली मार दी थी। इस घटना को देखते हुए दुनियाभर के लोग मलाला के हित में खड़े हुए और इस मामले की गंभीरता व शिक्षा की वकालत करने के लिए सभी ने मिलकर आवाज़ उठाई। तबसे हर साल दुनियाभर के लोग उनके सम्मान के लिए 12 जुलाई को विश्व मलाला दिवस मनाते हैं। उनका जन्म 12 जुलाई 1997 को मिंगोरा, पाकिस्तान में हुआ था।
दरअसल 2012 में मलाला को तालिबान द्वारा गोली मारी गई थी। गोली मारने की वजह थी कि मलाला ने महिलाओं की शिक्षा के अधिकार पर आवाज़ उठाई थी। यह दिन 2012 में मलाला को तालिबान द्वारा गोली मारे जाने के बाद से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। साथ ही उन चुनौतियों को भी पहचानने का अवसर है जो आज भी महिलाओं की शिक्षा में रूकावट हैं। विश्व मलाला दिवस के माध्यम से हम शिक्षा के लिए उनकी लड़ाई को याद कर सकते हैं और उन लाखों बच्चों की दुर्दशा की ओर ध्यान दिला सकते हैं जो अभी भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच से वंचित हैं।