बुरखा अथवा हिसाब पहनने का उल्लेख मुस्लिम धर्म के पवित्र पुस्तक 'कुरआन करीम' में मिलता है। इसमें बताया गया गया है कि मुस्लिम महिलाओं और पुरुषों का लिबास कैसा होना चाहिए? कुरआन के अनुसार, मुस्लिम महिलाओं को ऐसे वस्त्र ही पहनने चाहिए जिससे उनकी आंखें, चेहरा, हाथ और पैर किसी पराये व्यक्ति को न दिखे। मुस्लिम महिलाएं बुर्का अथवा हिजाब पहनकर शरीर और चेहरे को ढंककर रखती हैं। अरबी भाषा में हिजाब का आशय सिर को ढंककर रखना। इसे पहनने के बाद महिला के बाल और गर्दन छिपे होते हैं, बस चेहरा या कभी कभी सिर्फ आंखें नजर आती हैं।
शायरा लोरी अली बशीर बद्र साहब के मतले को याद कर लिखती हैं....