Year ending 2022 : वर्ष 2022 में चर्चा में रहे ये 10 संत

बुधवार, 21 दिसंबर 2022 (17:24 IST)
Year End 2022: वर्ष 2022 समाप्त होने वाला है। पिछले 3 वर्षों को यदि हम सोशल मीडिया और इंटरनेट का वर्ष कहें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि इसी दौरान कई संतों को बहुत लोकप्रियता मिली है। इससे पहले कुछ संतों और कथावाचकों को तो कोई जानता भी नहीं था। हम यहां कथावाचकों की कहीं संतों की बात कर रहे हैं, तो जानिए वर्ष 2022 में भी खासे चर्चा में रहे 10 खास संत।
 
1. गौर गोपाल दास | Gaur Gopal Das: महाराष्ट्र में जन्में मोटिवेशनल स्पीकर और कृष्ण भक्त संत गौर गोपाल दास वर्ष 2022 में अपने विचारों और धर्म की व्याख्या को लेकर बहुत चर्चा में रहे। पुणे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा धारक संत गोपालदास इस्कॉन से जुड़े हुए हैं। यूट्यूब पर उनके 4 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं। 
 
2. सद्गुरु जग्गी वासुदेव | Sadhguru jaggi Vasudev: कर्नाटक में जन्में सद्गुरु जग्गी वासुदेव मोटिवेशनल स्पीकर के साथ ही योगा टीचर भी हैं और इसी के साथ वे एक लेखकर और कवि भी हैं। दुनियाभर में वे अपने विचारों ही नहीं कार्यों के लिए भी प्रसिद्ध हैं। फिर वह चाहे नदी या मिट्टी बचाने की मुहिम हो या वृक्ष लगाने की मुहिम। उनके ईशा फाउंडेशन ने हर क्षेत्र में कार्य किया। उन्हें सदगुरु भी कहा जाता है और वे  सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। उनके यूट्यूब हिन्दी चैनल पर करीब 6 मिलियन सब्सक्राइबर। अंग्रेजी सहित वे कई भाषाओं में उपलब्ध हैं। सद्गुरु जी के ट्विटर अकाउंट पर 4 मिलियन और इंस्टाग्राम पर 9 से अधिक मिलियन फॉलोअर्स हैं।
 
3. श्री श्री रविशंकर | Gurudev Sri Sri Ravi Shankar: तमिलनाडु में जन्में आध्यातिमक और मानववादी गुरु श्री श्री रविशंकर ने आर्ट ऑफ लिविंग एवं इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ह्यूमन वैल्यूज के माध्यम से लाखों लोगों को प्रभावित किया। उन्होंने दुनियाभर में शांति वार्ताओं के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दुनियाभर में उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया है। श्री श्री रविशंकर जी के इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर 2 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं।
 
4. ब्रह्माकुमारी दीदी शिवानी | Shivani Brahma Kumari: अवेकनिंग विद ब्रह्माकुमारी टीवी कार्यक्रम के माध्यम से शिवानी वर्मा जी को खूब प्रसिद्धि मिली। मोटिवेशनल स्पीकर शिवानी दीदी भी सोशल मीडिये के माध्यम से वर्ष 2022 में बहुत चर्चा में रही। सोशल मीडिया फॉलोअर्स की बात करें तो इंस्टाग्राम पर इनके 1 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स और यूट्यूब पर 5.2 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं। साथ ही ब्रह्मा कुमारी शिवानी फेसबुक पर भी एक्टिव हैं।
 
5. शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती | Swami Swaroopanand Saraswati: हिंदुओं के धर्मगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का निधन इसी साल 11 सितंबर को हुआ। वैसे तो वे साईं बाबा के विरोध के कारण ज्यादा चर्चा में रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस्कॉन का भी विरोध करके लोगों में हलचल मचा दी थी। उन्होंने ईसाई संगठनों के द्वार हिन्दुओं के धर्मांतरण के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था। 2 सितंबर 1924 को उनका जन्म हुआ था।
6. स्वामी चिदानंद सरस्वती | Chidanand Saraswati: ऋषिकेश में गंगा आरती को लेकर प्रसिद्ध हुए संत स्वामी चिदानंद सरस्वती भी अपने कार्यों को लेकर वर्ष 2022 में खूब चर्चा में रहे। चिदानंद सरस्वती कई मानवतावादी और पर्यावरण संगठनों के संस्थापक अथवा सह-संस्थापक हैं। परमार्थ निकेतन के स्वामी इस वर्ष 2022 में इसलिए चर्चा में रहे क्योंकि उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों के लिए गंगा के तटों को साफ करवाकर वहां उन्हें नमाज पढ़ने की अनुमति थी। हिन्दू संतों ने इसका घोर विरोध किया। हालांकि उनकी मुस्लिमों के साथ वायरल फोटो को उन्होंने 4 वर्ष पुराना बताया। इंस्टाग्राम और ट्विटर पर उनके हजारों फॉलोअर्स हैं।
 
7. माता अमृतानंदमयी | Mata Amritanandamayi: जादू की झप्पी देने वाली माता अमृतानंदमयी देवी को विश्वभर में ‘अम्मा’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने संकट काल में मानव की सेवा के लिए भी जाना जाता है। सुनामी से लेकर कोरोना तक उन्होंने लाखों लोगों के जीवन की रक्षा की और उन्हें संकट से उबरने में मदद की। अम्मा को उनके मठ की ओर से किए गए सामाजिक कार्य जैसे स्कूल खुलवाना, अस्पताल बनवाना, अनाथालय, वृद्धाश्रम आदि की वजह से जाना जाता है। इसी वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरीदाबाद में बनवाए गए देश के सबसे बड़े अस्‍पताल का उद्घाटन किया। तब अम्मा के साथ उनकी तस्वीरें और वीडियो खूब वायरस हुए थे।
 
8. करशनदास बापू | Karsandas bapu : हालांकि यह कोई बहुत प्रसिद्ध संत नहीं हैं लेकिन इनसे प्रधनामंत्री मोदी मिले थे और वर्ष 2023 में इनकी भविष्यवाणी बड़ी चर्चा में रही थी। राजकोट के जमकंदोराना में परब धाम के महंत करसनदास बापू ने महामारी से लाखों लोगों के मारे जाने की भविष्यवाणी की थी जो सच साबित हुई और इस वर्ष उनकी साल 2023 और 24 के लिए यह भविष्वाणी चर्चा में ही है देश दुनिया में अकाल पड़ेगा, भुखमरी फैलेगी। इसलिए अभी से मोटा अनाज उगाएं और उसे खाने की आदत डालें। उन्होंने ज्वार और बाजार बोने की सलाह दी है।
 
9. मुनि प्रमाण सागर | muni praman sagar ji: सोशल मीडिया के माध्यम से जैन मुनि दिगंबर संत प्रमाण सागर जी के प्रवचन बहुत लोकप्रिय रहे। मुनि श्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज दैनिक शंका समाधान और प्रवचनो से आम आदमी की शंकाओं का वैज्ञानिक तरीके से निवारण करते हैं। पारस टीवी, जीनवाणी चैनल आदि माध्यमों से यह लोगों की शंका का सामाधान करते हैं। इसी तरह पुलक सागर महाराजजी भी इस वर्ष अपणी वाणी से लो‍कप्रिय रहे हैं।
 
10. योगी आदित्यनाथ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी एक संत ही हैं। वे गोरखनाथ मठ के महंत हैं जिनसे हजारों संत जुड़े हुए हैं। वैसे तो महंत योगी आदित्यनाथ हर समय चर्चा और विवादों में रहते हैं लेकिन 2022 में उन्होंने अयोध्या में जो कार्य किए उसके लिए खासे चर्चित रहे हैं।

नोट : इसके अलावा शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद, वैष्णव संत भद्राचार्य, मुरारी बापू, स्वामी अवधेशानंद आदि अनेक संत भी चार्च में रहे।
 
उल्लेखनीय है कि अपनी भविष्यवाणी की किताब भविष्य मालिका को लेकर 500 वर्ष पूर्व ओड़िसा में हुए संत अच्युतानंद दास भी इस वर्ष 2022 में काफी प्रसिद्ध रहे हैं। सोशल मीडिया में उनकी भविष्यवाणी वायरल है।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी