Women Empowerment: 2023 में इन महिलाओं ने रचा इतिहास

Women Achievers of India : वो कहते हैं न कि स्त्री की उन्नति पर ही राष्ट्र की उन्नति निर्भर होती है। वैसे ही भारत की उन्नति भी भारतीय नारियों पर निर्भर है और बात करें भारतीय नारियों की तो म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के! 2023 में भारत में कई उतार चढ़ाव आए। इस साल हमने भारत की ओलिंपिक जीत के साथ वर्ल्ड कप की हार तक सभी उपलब्धियां और हार देखीं।

2023 में हमारे भारत की कई महिलाओं ने इतिहास रचा और भारत का नाम रोशन किया। इस साल के अंत में कुछ खास महिलाओं के बारे में जानना ज़रूरी है जिससे इस साल का अंत गर्व से भरा हो और आने वाले साल में भी हमें ऐसी उपलब्धियां देखने को मिलें। चलिए जानते हैं इन विशेष women achievers के बारे में....
 
1. डॉ रितु करिधाल (राकेट वुमन) : भारत की 2023 की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक चंद्रयान-3 है जिसका जश्न पुरे भारत में मनाया गया। लेकिन चंद्रयान-3 की लीडिंग की जिम्मेदारी वरिष्ठ महिला वैज्ञानिक डॉ रितु करिधाल श्रीवास्तव (Dr Ritu Karidhal Srivastava) को सौंपी गई थी।

इस कारण से डॉ रितु को भारत की 'राकेट वुमन' कहा जाने लगा। वह इसरो की सीनियर साइंटिस्ट हैं। मार्स ऑर्बिटर मिशन की सफलता में उनकी अहम भागीदारी रही है। इस मिशन की डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर रह चुकीं रितु ने हर महिला को प्रेरित किया है।
 
2. जया वर्मा सिन्हा (रेलवे बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष) : इस साल भारत के रेलवे बोर्ड द्वारा पहली महिला अध्यक्ष जया वर्मा सिंहा (Jaya Verma Sinha) को चुना गया। अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होकर जया वर्मा ने इतिहास रच दिया। वह रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष बनने से पहले संचालन और व्यवसाय विकास रह चुकी हैं।

इसके साथ ही जया सिंहा ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में कमीशन ऑफ इंडिया में रेलवे एडवाइजरी के रूप में 4 साल तक काम किया है। इनकी उपलब्धि ने देश की महिलाओं को प्रेरित करने के साथ देश के विकास की एक नई परिभाषा लिखी है।
 
3. फांगनोन कोन्याक (नागालैंड राज्यसभा की पहली महिला सदस्य) : 2023 की उपलब्धियों में भारत का उत्तर पूर्वी राज्य नागालैंड भी इसमें शामिल है। दरअसल नागालैंड राज्यसभा में स फांगनोन कोन्याक (Phangnon Konyak) को पहली महिला सदस्य के रूप में चुना गया है।

इसके साथ ही फांगनोन कोन्याक उपाध्यक्षों के पैनल में नियुक्त होने वाली पहली महिला सदस्य भी बनीं। इसके साथ ही वह अपने क्षेत्र में महिला मोर्चा की राज्य अध्यक्ष का पड़ धारण करती हैं। इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी प्रसन्नता व्यक्त की थी।
 
4. मनीषा पाढ़ी (पहली महिला एडीसी) : भारतीय वायु सेना के 2015 बैच की आईएएफ अधिकारी मनीषा पाढ़ी (Manisha Padhi) को भारतीय सशस्त्र बल में भारत की पहली महिला सहायक-डी-कैंप (एडीसी) के रूप में चुना गया है।

इसके साथ ही मनीषा पाढ़ी देश की पहली महिला एडीसी बनी हैं। वह वायु सेना की (आईएएफ) की एक महिला अधिकारी स्क्वाड्रन लीडर हैं। इस पद को हासिल करके मनीषा ने भारत का नाम एक बार फिर गर्व से ऊंचा कर दिया। 
ALSO READ: Miss Universe 2023 में प्लस साइज़ ने रचा इतिहास
ALSO READ: साल 2023 में गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किए गए ये वेब शो, देखिए लिस्ट

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी