कोरोना काल में सेहत का जितना ध्यान रखा जाए बेहतर होगा। इस बुरे दौर में जिम की मशीनें बंद होने पर फिर से पुरानी पद्धति योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने लगे हैं। क्या योग/प्राणायाम से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है? फेफड़ों को संक्रमित होने से बचाया जा सकता है? कोरोना काल में योग/प्राणायाम कितना फायदेमंद है। इसके लिए हमने सीधे चर्चा की रिदमिक पावर योग शिक्षा समिति के बरून कुशवाह से - श्री कुशवाह योगा स्पोर्ट्स एसोसिएशन मप्र के जनरल सेक्रेटरी रह चुके हैं...
प्राणायाम से इम्यूनिटी लेवल बढ़ता है?
प्राणायाम इम्यूनिटी को बढ़ाने में काफी मदद करता है। हालांकि कोविड मरीजों को कमजोरी होने से वह नहीं कर सकते हैं। लेकिन धीरें - धीरें प्राणायाम करना चाहिए। प्राणायाम में अनुलोम - विलोम सबसे अधिक कारगर है। इससे लंग्स की कैपेसिटी बढ़ती है। इसके साथ नाड़ी शोधन प्राणायाम भी लंग्स की बेहतरी के लिए कारगर है।
प्राणायाम करने से ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है?
प्राणायाम में अनुलोम -विलोम सबसे अच्छा है। इससे ऑक्सीजन लेवल जरूर बढ़ता है। वहीं गले में इंफेक्शन होने पर उज्जयी प्राणायाम कर सकते है इससे गले की खराश और कफ भी साफ जाएगे।
कोरोना में मानिसक तनाव भी बढ़ रहा है, क्या करें?
स्ट्रेस, डिप्रेशन या मानसिक तनाव बढ़ने पर भ्रामरी प्राणायाम कर सकते हैं। इससे नकारात्मक विचार, तनाव कम होने लगता है।
स्वस्थ्य लोग कौन-सा प्राणायाम कर सकते हैं? ताकि कोरोना से बच सकें?
जो लोग कोरोना की चपेट से दूर है उन्हें सूर्य भेदी प्रणायाम करना चाहिए। इसे राइट से सांस लेकर लेफ्ट से छोड़ना होता है और लेफ्ट से लेकर राइट से छोड़ना होता है।
फेफड़ों को साफ करने के लिए कौन सा प्राणायाम करना चाहिए?
इसके लिए कपाल भाति और भस्त्रिका प्राणायाम सबसे अच्छा है। इससे लंग्स काफी हद तक साफ रहते हैं। हार्ट पेशेंट को संभल कर करना चाहिए या डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें।
बच्चों को कौन सा योग करना चाहिए?
बच्चो को सूर्य नमस्कार करना चाहिए। सूर्य नमस्कार करने से आपकी पूरी बॉडी की मसल्स स्ट्रेच होती है। यह सबसे अधिक कारगर है।