2. अनुलोम विलोम प्राणायाम:
यह प्राणायाम आपके नाक के दोनों छिद्रों को खोलने में मदद करता है और आपके श्वसन तंत्र को संतुलित करता है। इसे करने के लिए, सीधे बैठ जाएं और अपनी आंखें बंद कर लें। अपने दाहिने हाथ के अंगूठे से अपने दाहिने नथुने को बंद करें और अपने बाएं नथुने से सांस लें। अब अपने बाएं हाथ की अनामिका से अपने बाएं नथुने को बंद करें और अपने दाहिने नथुने से सांस छोड़ें। इस प्रक्रिया को 10-15 बार दोहराएं।
3. जालंधर बंध:
यह बंध आपके गले की मांसपेशियों को टोन करता है और खर्राटे को कम करने में मदद करता है। इसे करने के लिए, सीधे बैठ जाएं और अपनी आंखें बंद कर लें। अपनी ठुड्डी को अपनी छाती से लगाएं और अपनी गर्दन को फैलाएं। इस मुद्रा में 10-15 सेकंड तक रुकें और फिर धीरे-धीरे वापस शुरुआती स्थिति में आ जाएं।
4. सिंह मुद्रा:
यह मुद्रा आपके गले की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और खर्राटे को कम करने में मदद करती है। इसे करने के लिए, अपने घुटनों पर बैठ जाएं और अपनी पीठ को सीधा रखें। अपनी जीभ को बाहर निकालें और जितना हो सके ऊपर की ओर उठाएं। अब अपनी आंखें चौड़ी करें और जोर से दहाड़ें। इस प्रक्रिया को 5-10 बार दोहराएं।
5. शवासन:
यह आसन आपके शरीर और मन को शांत करने में मदद करता है और खर्राटे को कम करने में भी मदद करता है। इसे करने के लिए, अपने पीठ के बल लेट जाएं और अपनी आंखें बंद कर लें। अपने पैरों को सीधा रखें और अपने हाथों को अपने शरीर के साथ रखें। अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें और अपने शरीर को पूरी तरह से शिथिल करें। इस मुद्रा में 10-15 मिनट तक रुकें।
इन आसनों को नियमित रूप से करने से आपको खर्राटे को कम करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, अगर आपको खर्राटे की समस्या गंभीर है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।