आलीशान घर में रह रहा था ओसामा बिन लादेन

सोमवार, 2 मई 2011 (22:20 IST)
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दुनिया का सर्वाधिक वांछित आतंकवादी ओसामा बिन लादेन एक गुफा में नहीं बल्कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से सटे कस्बे एबटाबाद में पाकिस्तान सैन्य अकादमी से चंद कदम की दूरी पर स्थित दो मंजिले मकान में शान से रहता था। इसी मकान में वह अमेरिकी विशेष बलों की कार्रवाई में सोमवार तड़के मारा गया।

लादेन की मौत के साथ ही इतिहास के इस अब तक के सबसे बड़े तलाशी अभियान का अंत हो गया है। इस कार्रवाई के लिए चार हेलिकॉप्टरों ने एक घर पर धावा बोला जहाँ लादेन के अरब अंगरक्षकों ने मकान की छत से गोलीबारी शुरू कर दी। इस कार्रवाई के दौरान भारी गोलाबारी से अबोटाबाद दहल उठा जो पाकिस्तानी सेना की तीसरी रेंजीमेंट का अड्डा है और सैन्य इमारतों से घिरा हुआ है।

अमेरिकी अधिकारियों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि लादेन पाकिस्तान के सैन्य कस्बे में छिपा हुआ था और इस जानकारी ने यह सवाल खड़ा किया है कि वह कैसे पकड़े जाने से बचता रहा और क्या पाकिस्तानी सेना की खुफिया ईकाई उसके अड्डे के बारे में जानती थी और उसे पनाह दी थी?

ओसामा की पत्नी बताई जा रही दो महिलाएं और चार बच्चों को परिसर से बाहर ले जाया गया। टीवी फुटेज में दिखाया गया है कि 12 फुट ऊंची सफेद दीवारों वाला यह परिसर खेत के बीच में स्थित है, जिसे पाकिस्तानी सैनिक घेरे हुए हैं। टीवी चैनलों पर दिखाए गए शुरुआती फुटेज में परिसर में पड़े एक हेलिकॉप्टर से आग की लपटें उठती हुई दिखाई दे रही थी। रात एक बजकर 15 मिनट पर इसे नष्ट कर दिया गया था।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस अभियान को तीन हेलिकॉप्टरों ने अंजाम दिया, जिसे पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के कार्यालय ने अमेरिकी बलों द्वारा ‘खुफिया जानकारी पर आधारित अभियान’ बताया है उन्होंने बताया कि उन्होंने विस्फोट और भीषण गोलीबारी की कई आवाज सुनी।

खबरों में बताया गया है कि परिसर के अंदर मौजूद लोगों ने स्वचालित हथियारों और रॉकेट लांचर से हेलीकॉप्टरों पर हमले किए।

गौरतलब है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने 23 अप्रैल को पाकिस्तान मिलिटरी अकादमी के पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कहा था कि आतंकवादियों की कमर तोड़ दी गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि ओसामा एक ऐसे शहर के पास स्थित परिसर में मारा गया, जहां मिलिटिरी अकादमी, एक ब्रिगेड और हजारों सैन्यकर्मी मौजूद हैं तथा इससे पाकिस्तानी सेना शर्मसार हो सकती है।

फिलहाल, यह पता नहीं चल पाया है कि दुनिया का सबसे वांछित आतंकवादी ओसामा कितने दिनों से एबटाबाद में था, जहां इस्लामाबाद से पहुंचने में दो घंटे का वक्त लगता है। जनवरी में इंडोनेशियाई अलकायदा के सदस्य उमर पाटेक को पाकिस्तानी खुफिया विभाग ने एबटाबाद में गिरफ्तार कर लिया था।

एबटाबाद स्थित यह परिसर पिछले साल अगस्त में अमेरिकी खुफिया विभाग के शक के दायरे में आ गया था। एबीसी न्यूज की खबर के मुताबिक यह इलाके में स्थित अन्य मकानों से आठ गुना बड़ा है और इस परिसर के अंदर प्रवेश प्रतिबंधित है, इसकी व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और 12 से 18 फुट ऊंची दीवारों के ऊपर कंटीले तार लगे हुए हैं।

परिसर में फोन और टीवी की सुविधा नहीं है और मुख्य इमारत में कुछ खिड़कियां हैं तथा निजता के लिए सात फुट ऊंची एक दीवार है। ब्रिटिश सैन्य अधिकारी मेजर जेम्स एबॉट ने इस ऐतिहासिक शहर एबटाबाद की स्थापना 1853 में की थी। पाकिस्तान को चीन से जोड़ने वाले काराकोरम राजमार्ग पर स्थित यह एक मुख्य शहर है। ब्रिटिश काल से ही यह एक बड़ी सैन्य छावनी है। (भाषा)

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