हिन्दी में अंग्रेजी शब्दों की मिलावट : हिन्दी दूसरी भाषाओं खासकर अंग्रेजी के शब्दों की मिलावट को लेकर डॉ. शर्मा कहते हैं कि भारत में अंग्रेजी का दबदबा लंबे समय तक रहा है। अंग्रेजों की वेशभूषा, भाषा, संस्कृति, खान-पान हमने स्वीकार किया। यह सब फैशन बन गया। खासतौर पर उच्च मध्यम वर्ग में बोले जाने वाक्य में आधे से ज्यादा शब्द अंग्रेजी के होते हैं। इसी वर्ग के बीच इस तरह की भाषा विकसित हुई है। दरअसल, भाषा गंगा की तरह, जिसमें तमाम भाषाओं और बोलियों के शब्द मिलते रहते हैं। हिन्दी की जड़ें लोक जीवन में हैं। लोक जीवन से हिन्दी को ऊर्जा मिलती है। लोकभाषाएं हिन्दी को और संपन्न बना रही हैं। क्षेत्रीय भाषाओं के माध्यम से हिन्दी और प्रबल होती है।