जब किसी कलाकार के अभिनय की दुकान मंदी होने लगती है तो वह निर्देशक बनने की सोचने लगता है। ऐसा ही विचार इन दिनों बिपाशा के दिमाग में भी आ गया है। तो क्या मान लेना चाहिए कि बिपाशा को आभास हो गया है कि उनका करियर खत्म हो रहा है?
अभिनय की दुनिया में जब बिपाशा ने कदम रखा था तो उन्हें फिल्मों के बारे में ज्यादा ज्ञान नहीं था। लगातार वे फिल्में करती रहीं और फिल्म निर्माण की बारीकियाँ सीखती रहीं।
बिपाशा का कहना है कि इतने वर्षों के अनुभव से वे अभिनय के साथ-साथ तकनीकी पहलुओं से भी परिचित हो गई हैं। उनमें इतना आत्मविश्वास आ गया है कि वे फिल्म निर्देशक बन सकती हैं और भविष्य में वे फिल्म निर्देशित करती हुई दिखाई देंगी। बिपाशा किस तरह की फिल्म बनाएँगी, ये तो बाद में पता चलेगा, लेकिन हीरो जॉन अब्राहम होंगे ऐसा माना जा सकता है।