लंदन। सोने के दाम इस साल के अंत में 1450-1550 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस रहने की उम्मीद है। 12 साल की बेलगाम तेजी के बाद आई गिरावट केवल आंशिक रिकवर होगी।
दुनिया के 29 बैंकिंग विश्लेषकों और सलाहकारों पर भरोसा करें तो सोने के दाम वर्ष 2013 में 1400 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस से ऊपर बने रहेंगे। सोना पिछले सप्ताह 1321 डॉलर प्रति ट्रॉय औस तक आ गया था, लेकिन इसे फिर से सपोर्ट मिल गया है।
इस सपोर्ट के बाद आए सुधार के बावजूद सोना सितंबर 2011 में बने रिकॉर्ड उच्च स्तर 1920.30 डॉलर प्रति ट्रॉय औस से तकरीबन 25 फीसदी नीचे चल रहा है। सोने के इस ऊंचाई को छूने के बाद बिकवाली दबाव आया और यह नरमी की ओर मुड़ा। एबीएन एम्रों के एक कमोडिटी विश्लेषक का मानना है कि सोने में मंदी का दौर अभी चालू ही हुआ है और यह लंबे समय तक चल सकता है।
चरमरा चुकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रयास कर रहे देश सायप्रस द्धारा सोने की बिकवाली का विचार प्रकट करने के बाद गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंडस (ईटीएफ) में जबरदस्त बिक्री की जा रही है। अब यह भय पैदा हो गया है कि यूरोप के अन्य देश भी अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सोने की बिकवाली कर सकते हैं।
विश्लेषक कहते हैं कि यदि सोने के दाम स्थिर रहे तो इसका आउटलुक मंदी का रहेगा। नकारात्मक सेंटीमेंट में यह नहीं लगता कि सोना जल्दी ही दबाव से उबर जाएगा। एक आर्थिक विश्लेषक का मानना है कि महंगाई दर बढ़ती है एवं डॉलर टूटता है तो सोना ऊपर की ओर जाएगा।
विश्लेषक इस साल सोने का औसत भाव 1627 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस मान रहे हैं जिसे इस साल की शुरुआत में 1775 डॉलर प्रति ट्रॉय औस माना था। विश्लेषकों को उम्मीद है कि वर्ष 2014 में सोने के औसत दाम 1585 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस रह सकते हैं। इसका मतलब यह होगा सोना रिकॉर्ड औसत दाम 1668 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस से नीचे आएगा।
नेशनल आस्ट्रेलिया बैंक ने जनवरी में सोने के दाम 1600 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस से नीचे रहने का अनुमान जताया था। (एक ट्रॉय औंस = 31.1034768 ग्राम) 32.15 ट्रॉस औंस यानी 1 किलो।