नूतन वर्षाभिनंदन

- श्रीकांत साकल्ले
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घडि़यों की सरकती सुइयां, सन् बारह की करती अगवानी!

बारहमासी नव-कुसुमित हो, अभिप्रेरित मंगल द्वादश बानी!!

द्वादश-ज्योर्तिलिंगों के दर्शन, जन्मों का पुण्यार्जन लाए!

द्वादश नाम गणेश सुमिर, यत्नों से पौ-बारह हो जाए!!

सन् 2012 की आत्मीय मंगलाभिलाषाएं!

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