पाक ने माँगा बिना शर्त समर्थन

मंगलवार, 7 अप्रैल 2009 (17:48 IST)
हम खुद के लिए आतंकवाद से लड़ रहे हैं, उग्रवादियों का कोई दबाव नहीं सहेंगे। अलकायदा और तालिबान के खिलाफ लड़ने के लिए जरूरी है कि पाकिस्तान को प्रशिक्षण आदि के लिहाज से बगैर शर्त समर्थन दिया जाए।

यह माँग अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान में विशेष अमेरिकी दूत रिचर्ड हॉलब्रूक और अमेरिकी ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन एडमिरल माइक मुलैन से सोमवार रात मुलाकात के दौरान जरदारी ने की।

क्षेत्रीय सुरक्षा हालात के अलावा अमेरिकी अधिकारियों ने जरदारी से अफगान-पाक रणनीति पर बातचीत की। इसकी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हाल ही में की थी। दोनों अफगानिस्तान के दो दिवसीय दौरे के बाद यहाँ पहुँचे।

जरदारी ने कहा कि पाक सरकार उग्रवादियों के किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेगी। हालाँकि उन लोगों के साथ वार्ता प्रक्रिया शुरू होना चाहिए, जिन्होंने हथियार रख दिए हैं और सरकार के आदेश को चुनौती नहीं देते।

पाक राष्ट्रपति ने कहा कि सैन्य कार्रवाई समाधान का केवल एक पहलू है। पाकिस्तान समाज से उग्रवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है, इसके लिए पाक को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद से लड़ने के लिहाज से प्रशिक्षण और उपकरण के प्रावधान शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए बिना शर्त समर्थन की जरूरत है।

जरदारी ने कहा कि अमेरिका में 9/11 के हमलों के बाद उग्रवादी हमलों में सैकड़ों पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। उन्होंने कहा कि सरकार अब त्रिसूत्रीय नीति बना रही है, जिसमें उग्रवाद से लड़ने के लिए बातचीत विकास और समाधान शामिल हैं।

जरदारी ने पाकिस्तान के कबीलाई इलाकों में और गरीबी वाले क्षेत्रों में विकास संबंधी गतिविधियों को तेज करने की जरूरत पर जोर दिया।

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