अमेरिकी इशारों पर चलते हैं जरदारी-शरीफ

रविवार, 1 मार्च 2009 (20:27 IST)
पूर्व प्रधानमंत्री एवं पीएमएल (एन) प्रमुख नवाज शरीफ ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की तुलना पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ से की है। उनका आरोप है कि जरदारी देश की संप्रभुता से समझौता कर अमेरिका के निर्देशानुसार चल रहे हैं।

लाहौर स्थित जामिया नीमिया मदरसे में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुशर्रफ अमेरिका से डरे और अब जरदारी भी अमेरिका से भयभीत हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि मुशर्रफ की ही तरह जरदारी भी अमेरिका के निर्देश के अनुसार नीतियाँ तैयार कर पाकिस्तान की संप्रभुता से समझौता कर रहे हैं।

शरीफ ने कहा कि किसी देश की उन्नति तभी होती है, जब वह अपने संविधान का पालन करता है। उन्होंने कहा कि देश की जनता तानाशाही और सैन्य शासन को बार-बार स्वीकार नहीं करेगी।

शरीफ ने कहा नीतियाँ पाकिस्तान में नहीं बन रही हैं, नेता सभी मुद्दों पर बाहर से आदेश ले रहे हैं। क्या ऐसे लोग पाकिस्तान को चला सकते हैं?

शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान में मुस्लिमों की हत्या मुस्लिम कर रहे हैं। इस तरह की परिस्थिति उन लोगों के कारण है, जिन्होंने देश की संप्रभुता से समझौता किया और अपने निजी एजेंडे को आगे बढ़ाया।

उन्होंने कहा क्या यही दिन देखने के लिए पाकिस्तान का गठन किया गया था। वर्ष 2007 के आपातकाल के दौरान बर्खास्त किए गए न्यायाधीशों को बहाल करने की माँग का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा अगर न्यायपालिका को स्वतंत्र बनाया जाए, तभी पाकिस्तान की समस्याओं का तेजी से समाधान होगा।

शरीफ और उनकी पार्टी ने पिछले हफ्ते उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के बाद से जरदारी के खिलाफ हमला तेज कर दिया है। न्यायालय ने शरीफ और उनके भाई तथा पंजाब प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ के चुनाव लड़ने तथा कोई भी निर्वाचित पद ग्रहण करने पर रोक लगा दी।

वेबदुनिया पर पढ़ें