...और बेकार भूमि में बदल जाएगा ब्रह्मांड

शुक्रवार, 20 अगस्त 2010 (19:16 IST)
भारतीय मूल के एक ब्रह्मांड विज्ञानी द्वारा किए गए एक अनुसंधान के मुताबिक ब्रह्मांड का विस्तार जारी रहेगा और अंतत: यह ठंडा होकर एक बेकार भूमि में तब्दील हो जाएगा।

इस अध्ययन से रहस्यमयी ‘डार्क एनर्जी’ पर भी प्रकाश पड़ा है। येल विश्वविद्यालय की प्रिया नटराजन और अन्य अंतरिक्ष विशेषज्ञों ने हब्बल दूरबीन का उपयोग करते हुए यह अनुसंधान किया।

दूरबीन के मदांकिनी संबंधी लेंस से उन्होंने सूक्ष्मता से अध्ययन किया और पाया कि डार्क एनर्जी ब्रह्मांड का विस्तार कर रही है और यह फैलाव कहीं अधिक तेजी से हो रहा है।

‘साइंस’ जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों ने पाया कि डार्क एनर्जी के विस्तार का अर्थ है कि ब्रह्मांड का भी विस्तार होता रहेगा। यह ऊर्जा अदृश्य होती है और ब्रह्मांड का बड़ा हिस्सा लगभग 72 फीसदी इससे निर्मित होता है ।

इस अनुसंधान में पूर्वानुमान लगाया गया है कि लगातार इस प्रक्रिया के जारी होने से ब्रह्मांड अतत: मृत प्राय: और ठंडी बेकार भूमि में बदल जाएगा। (भाषा)

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