शहर में तालिबान ने राष्ट्रपति भवन सहित अन्य महत्वपूर्ण इमारतों पर आत्मघाती हमले किए और सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में चार हमलावरों सहित नौ लोग मारे गए।
अधिकारियों ने बताया कि शहर में हुआ यह हमला अमेरिका नीत गठबंधन बलों के खिलाफ जबरदस्त अभियान की शुरुआत है। इन हमलों में कम से 40 लोग घायल हो गए हैं।
अनेक मंत्रालयों और एक शॉपिंग मॉल के बाहर विस्फोटों और मुठभेड़ के दौर के बाद राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि राजधानी में सुरक्षा बहाल कर दी गई है। हालाँकि खोजबीन अभियान जारी है क्योंकि खबरों में कहा गया है कि आतंकवादी छिपे हुए हैं।
राजधानी में 28 अक्टूबर के बाद से यह सबसे बड़ा हमला है, जब स्वचालित हथियारों और आत्मघाती जैकेटों से लैस बंदूकधारियों ने संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे एक गेस्ट हाउस पर धावा बोला और संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी सहित 11 लोगों की हत्या कर दी।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने दावा किया कि आत्मघाती जैकेटों से लैस हमारे 20 आत्मघाती हमलावर काबुल में घुस गए हैं और उनका निशाना राष्ट्रपति भवन तथा शहर के बीच स्थित अन्य भवन हैं। एक प्रवक्ता ने अज्ञात स्थान से बताया कि यह हमारा काम है, हमारा निशाना राष्ट्रपति भवन, वित्त, विधि और खनन मंत्रालय के अलावा सेंट्रल बैंक है। उसने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने राष्ट्रपति भवन परिसर के बाहर डिटोनेटर से विस्फोट किया है।
नाटो की इंटरनेशनल सिक्योरिटी असिस्टेंस फोर्स (आईएसएएफ) ने बताया कि अफगान सुरक्षा बलों ने मध्य काबुल की सड़कों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है।
हमले के बाद सेना और पुलिस के जवानों ने राजधानी के पश्तूनिस्तान चौराहे के पास की इमारतों पर मोर्चा संभाल लिया था। हमले के बारे में माना जा रहा है कि यह बहुत सुनियोजित है, जिसमें बहुत सारे बंदूकधारी शामिल हैं।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मैंने सेंट्रल बैंक के पास की एक इमारत और राष्ट्रपति भवन से धुआँ उठता देखा। अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कम से कम 40 लोग हमले में घायल हुए हैं।
सभी भारतीय सुरक्षित : काबुल में भारतीय दूतावास के नजदीक आज हुए तालिबान के हमलों के बावजूद यहाँ मौजूद सभी भारतीय सुरक्षित हैं, लेकिन उन्हें कहीं आने जाने से बचने और सुरक्षित स्थानों में रहने की सलाह दी गई है।
भारतीय दूतावास ने एक बयान में बताया कि हमने सभी भारतीयों को अपनी गतिविधियों को रोकने, सुरक्षित स्थानों पर रहने और सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करने को कहा है। नई दिल्ली में मौजूद सूत्रों ने बताया कि भारतीय दूतावास से लगभग दो किलोमीटर दूर हमले की यह घटना हुई।