परवेज मुशर्रफ को न्याय की उम्मीद

रविवार, 13 सितम्बर 2009 (17:52 IST)
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि अगर उनके खिलाफ राजद्रोह और बलूच राष्ट्रवादी नेता नवाब अकबर बुगती की हत्या के आरोप में मुकदमा चलाया जाता है तो उन्हें देश के प्रधान न्यायाधीश इफ्तिखार एम. चौधरी से न्याय मिलने की उम्मीद है।

मुशर्रफ ने देश में वर्ष 2007 में आपातकाल लागू कर दिया था, जिसे सर्वोच्च अदालत ने हाल ही में ‘असंवैधानिक’ करार दे दिया। इसके बाद उनके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा चलाए जाने की संभावना बढ़ गई है।

उन्होंने कहा कि सऊदी नरेश अब्दुल्ला बिन अब्दुल्ला अजीज ने उन्हें आश्वासन दिया है कि पीएमएलएन प्रमुख नवाज शरीफ उनके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए जोर नहीं देंगे। शरीफ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर मुशर्रफ के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए दबाव डाल रहे हैं।

मुशर्रफ ने कहा कि अगर उनके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा चलाया जाता है तो उन सभी न्यायाधीशों के खिलाफ भी मुकदमा चलाया जाना चाहिए, जिन्होंने उनके फैसले का समर्थन किया था। मुशर्रफ ने तीन नवंबर 2007 को चौधरी सहित सर्वोच्च न्यायपालिका के 60 सदस्यों को बर्खास्त कर देश में आपातकाल लागू कर दिया था।

बलूचिस्तान उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को मुशर्रफ और उनके सहायकों को बुगती की हत्या के सिलसिले में अदालत में पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है। मुशर्रफ ने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ संबंधों के बारे में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की नीति वैसी ही है जैसी उनकी नीति थी।

उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी युद्ध में शामिल होने का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें आशंका थी कि अगर वे इस अभियान में साथ देने से इनकार करते तो अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ सेना का इस्तेमाल करता।

पूर्व राष्ट्रपति ने पिछले साल महाभियोग से बचने के लिए पद छोड़ दिया था। अप्रैल के मध्य से वे पाकिस्तान के बाहर ही रह रहे हैं।

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