पाकिस्तानी 'वीर' को 'ज़ारा' के बदले मिली मौत

गुरुवार, 14 मार्च 2013 (12:19 IST)
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कट्टरपंथ के पागलपन में गिरफ्तार पाकिस्‍तान में दो सैनिकों को प्यार करने के 'जुर्म' में भयानक तालिबानी सजा सुनाई गई। पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर इलाके कुर्रम के कबीलाई इलाके में एक स्थानीय युवती से मुहब्बत करने वाले सैनिक अनवर दीन को मंगलवार को पत्थरों से पीट-पीट कर मार डाला गयाइसी तरह कुर्रम इलाके के पाराचिनार में भी बुधवार को एक और पाक सैनिक नूरुद्दीन आलम की पत्थरों से पीट कर हत्या कर दी गई।

क्या है मामला : पंजाब प्रांत के निवासी फौजी अनवर (27) को स्थानीय लोगों ने एक स्थानीय शिया युवती को गिफ्ट देते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। स्थानीय मीडिया का कहना है कि लोगों ने दोनों को पाक-अफगान बॉर्डर से लगे कुर्रम इलाके की तूरी कब्रगाह में मिलते हुए पकड़ा था। अनवर लड़की को लेकर इस इलाके से भागन चाहता था। लेकिन लोगों ने अनवर को पकड़ लिया। लड़की ने भाग कर पास ही में दार उल जहारा मदरसे में शरण ले ली थी। क्या हुआ इस पाकिस्तानी 'वीर' का, पढ़कर दर्द से भर जाएगा दिल, अगले पन्ने पर... (एजेंसिया)

अनवर को पकड़ कर स्थानीय जिरगा (कबीले के वरिष्ठों की पंचायत) के पास पेश किया गया। जिरगा ने अनवर पर लगे आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई। जांच में पता चला कि अवनर इस इलाके में अपनी पोस्टिंग के समय से ही स्थानीय लड़की के साथ अफेयर में था।

उसे हाल ही में पीओके में ट्रांसफर किया गया था लेकिन वह उस लड़की से मिलने के लिए अक्सर वहां आता रहता था। पूरे मामले का खुलासा होने पर जिरगा ने अनवर को पत्थरों से पीट कर मारने की सजा सुनाई।

अनवर की मौत का तमाशा देखने के लिए सैकड़ों लोग जमा हुए थे। अवनर को तूरी कब्रगाह के पास एक चौराहे पर लाकर पत्थर मारे गए। पत्थरों के बाद उसे लाठियों से भी मारा गया। करीब 15 मिनट तक पत्थर मारने के बाद अनवर की मौत हो गई। एक और 'वीर' को कार से बांधकर घसीटा, मारे पत्थर, दर्दनाक प्रेमकहानी अगले पन्ने पर...

दूसरा मामला : वहीं एक और पाक फौजी आलम पर स्थानीय कबीले की एक महिला से प्रेम करने और छुप कर मिलने का आरोप साबित हुआ था। स्थानीय लोगों के मुताबिक आलम को इस इलाके में अपनी पोस्टिंग के दौरान स्थानीय महिला से प्यार हो गया था।

बाद में यहां से ट्रांसफर हो जाने पर वह महिला से मिलने के लिए आता था। बुधवार को लोगों ने उन्हें एक साथ देख लिया था। इसके बाद स्थानीय जिरगा ने सैनिक को इस्लामिक कानून के मुताबिक सजा देने का फैसला सुनाया।

पहले लोगों ने उसे कार से बांधकर पत्थर बरसाए और बाद में गोली भी मारी। स्थानीय महिला एक वरिष्ठ कबीले के परिवार से है और उसका भविष्य बाद में तय किया जाएगा।

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