शिकारियों ने दो महीने में 500 हाथियों का कत्ल किया
शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012 (11:20 IST)
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कैमरून नेशनल पार्क में दो माह से भी कम समय में सूडान और चाड के शिकारियों ने करीब 500 हाथियों को मार दिया। चाड की सीमा से लगे उत्तरी कैमरून के बोउबा एनजीडा नेशनल पार्क के मैथ्यू फोमेटा ने कहा, कि अभी तक के आकलन के मुताबिक हमारे पार्क में 500 हाथियों को मार दिया गया है। इनमें से हमें 458 शव मिले हैं।
उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि चूंकि पार्क 220,000 हेक्टेयर में फैला हुआ है और सभी जगहों पर जा पाना भी आसान नहीं है, इसलिए संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है।
पिछले दिन पार्क के तीन जगहों पर 12 हाथियों के शव मिले जिसमें से कुछ को मंगलवार को मार दिया गया था।
फोमेटा ने कहा कि रविवार और मंगलवार के बीच उनकी टीम ने हाथियों के कम से कम 20 शवों को देखा। सरकार ने पार्क को सुरक्षित रखने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। आईएफएडब्लू वेबसाइट पर कहा गया है कि मशीनगनों से लैस सूडान और चाड के दर्जनों शिकारी शिकार करते हैं।
गौरतलब है कि हाथीदांत के अलावा हाथियों को उनके मांस के लिए भी मारा जा रहा है। हिंसाग्रस्त सूडान और चाड में हाथी का मांस विद्रोही सैनिक और अन्य लोगों के लिए भूख मिटाने का एक जरिया है। लंबे समय से चले आ रहे गृहयुद्ध के चलते इन देशों में भुखमरी फैली है।
नेचुरल कजरवेशन एसोसिएशन ने अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई है। अफ्रीका में काम कर रहे वन्य जीव विशेषज्ञों का मानना है कि अफ्रीका में चल रही हिंसक उथल-पुथल यहां के पर्यावरण पर बेहद घातक असर डाल रही है।
चंद पैसों के लिए हथियारबंद गुट बिना सोचे-समझे यहां के जंगल और जानवरों को अपूरणीय क्षति पहुंचा रहे हैं।