बेदी ने की ट्वेंटी-20 की आलोचना

शनिवार, 31 मई 2008 (22:20 IST)
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दर्शकों के बीच भले ही हिट हो, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशनसिंह बेदी ने ट्वेंटी-20 क्रिकेट की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि मनोरंजन के नाम पर खेल संभवत: अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है।

बेदी ने कहा कि मुझे कहना पड़ रहा कि क्रिकेट संभवत: अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है। हो सकता है कि लोगों की भेड़चाल मानसिकता के कारण यह लोकप्रिय हो। जो भी चीज उन्हें देखने में नई लगती है वे आँख मूँदकर उसके पीछे चल पड़ते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रशासक खिलाड़ी फ्रेंचाइजी मीडिया और दर्शक सभी क्रिकेट के गिरते स्तर के लिए जिम्मेदार हैं। इतने कड़े शब्द इस्तेमाल करने के लिए मैं शर्मिन्दा हूँ, लेकिन इन सबने मिलकर क्रिकेट का सामूहिक बलात्कार किया है और हमें लगता है कि यह मनोरंजन है। मेरी नजरों में क्रिकेट चरित्र निर्माण का सबसे बढ़ा संस्थान है।

बेदी ने संकेत दिया कि क्रिकेटरों को शतरंज के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद की सज्जनता से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने आनंद जैसा सज्जन भारतीय खिलाड़ी नहीं देखा। वह काफी शालीन है। इतना रईस होने के बावजूद वह विनम्र है। मुझे उसका खेल देखना पसंद है।

आईपीएल में भी उन्होंने कई खामियाँ ढूँढ ली है। उन्होंने कहा कि मेरे हिसाब से मुथैया मुरलीधरन किसी काम का नहीं भले ही वह 2000 विकेट अपने नाम कर ले। वह गेंदबाजी नहीं करता बल्कि थ्रो करता है। इसके लिए मुरली नहीं बल्कि आईसीसी कसूरवार है। मैने मौजूदा ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में करीब दस गेंदबाजों को चकिंग का दोषी पाया है।

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