ट्वेंटी- 20 विश्व चैम्पियन बनने के बावजूद यूनिस खान की जीत की भूख कम नहीं हुई है और अब वह 2011 में एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप जीतकर इमरान खान की कामयाबी को दोहराना चाहते हैं।
यूनिस के करीबी सूत्रों ने बताया कि यूनिस ने टी-20 क्रिकेट को इसलिए अलविदा कहा ताकि स्टार हरफनमौला शाहिद अफरीदी कमान संभाल सके, लेकिन वनडे क्रिकेट में वह कप्तान छोड़ने के मूड में नहीं हैं।
सूत्र ने कहा कि यूनिस स्पष्टवादी हैं लिहाजा उन्होंने ट्वेंटी-20 क्रिकेट को अलविदा कहकर शाहिद अफरीदी के लिए रास्ता साफ किया है। लेकिन वह 2011 विश्व कप में कप्तानी करने और खिताब जीतने को लेकर काफी संजीदा हैं।
सूत्रों के मुताबिक ट्वेंटी-20 विश्व कप की शुरुआत में यूनिस कप्तान के तौर पर उभर नहीं सके क्योंकि सीनियर खिलाड़ियों को दिक्कतें थी। ठीक ऐसा ही 1992 में हुआ था जब देर से टीम में शामिल किए गए स्टार बल्लेबाज जावेद मियाँदाद और इमरान के बीच मतभेद थे। पाकिस्तान के शुरुआती मैच हारने की भी यही वजह थी।
श्रीलंका से घरेलू वनडे श्रृंखला हारने के बाद यूनिस को शोएब मलिक की जगह कप्तान बनाया गया जिससे कुछ सीनियर खिलाड़ी खुश नहीं थे। मलिक मिसबाह उल हक, सलमान बट और कामरान अकमल से उन्हें अपेक्षित सहयोग नहीं मिल सका, लेकिन अफरीदी हर कदम पर उनके साथ थे।