आईसीसी तटस्थ अंपायरों को बनाए रखेगी

शुक्रवार, 4 जनवरी 2008 (14:21 IST)
तटस्थ अंपायरों की कई गलतियों के बावजूद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) टेस्ट मैचों के दौरान घरेलू देश के अंपायरों को उतारने के पुराने ढर्रे पर नहीं लौटेगी।

आईसीसी क्रिकेट समिति के अध्यक्ष सुनील गावस्कर ने कहा कि तटस्थ अंपायरों के आने से पक्षपात की शंका खत्म हो गई।

गावस्कर ने कहा कि यदि तीसरे देश का अंपायर 'सवालिया' फैसला देता है तो उसे उतना कड़ा नहीं माना जाएगा, जितना कि घरेलू देश के अंपायर के इस तरह के फैसले को माना जाएगा।

उन्होंने 'हेरल्ड सन' समाचार पत्र से कहा कि वह तटस्थ अंपायर अभी बने रहेंगे। मैं जानता हूँ कि अभी केवल सर्वश्रेष्ठ अंपायरों को ही रखने की बात हो रही है लेकिन फैसलों को लेकर किसी तरह के विवादों से बचने के लिए मुझे लगता है कि यह वर्तमान व्यवस्था शायद बेहतर है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दौरान अंपायरों ने कई गलतियाँ की, जिसके बाद अंपायरों की राष्ट्रीयता ध्यान में न रखकर सर्वश्रेष्ठ अंपायर उतारने की माँग की जाने लगी थी।

गावस्कर ने इसके साथ ही कहा कि अंपायरों की मदद के लिए आगे भी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल आईसीसी एजेंडा में है लेकिन केवल पूर्ण रूप से सही प्रौद्योगिकी को ही अपनाया जाएगा।

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