कार्टर ने मानी हॉक आई की खामी

मंगलवार, 6 सितम्बर 2011 (19:20 IST)
हॉक आई सेवा प्रदाता कंपनी ने स्वीकार किया है कि गाले टेस्ट मैच के दौरान उनके ट्रेकिंग सिस्टम में खामी थी लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलिप ह्यूज के तकनीकी गलती के कारण आउट होने से इनकार किया है।

हॉक आई सेवा प्रदाता कंपनी के प्रबंध निदेशक स्टीव कार्टर ने आज अपनी तकनीक की खामी को स्वीकार करते हुए कहा यह गलती कई कारणों से हुई है। पहला तो यह कि गेंद ने टप्पा खाने और ह्यूज के पैड से टकराने के बीच में 40 सेंटीमीटर से कम की भी दूरी तय की थी और श्रीलंका में हॉक आई की तकनीक उतनी कारगर नहीं थी।

कार्टर ने कहा हॉक आई के ट्रैकिंग सिस्टम में खामी है और खेल खत्म होने के तुरंत बाद हमने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को इस बाबत जानकारी दे दी थी। इस गलती से हमें एक सीख मिली है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आगे ऐसी गलती न हो।

उन्होंने कहा अंपायर फैसला समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के तहत हमारा अच्छा रिकॉर्ड रहा है। यह हमारी पहली भूल थी। हॉक आई बहुत ही सटीक और विश्वसनीय है जिससे अंपायरों को निर्णय करने में मदद मिलती है।

श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए गाले टेस्ट के दौरान ह्यूज को पगबाधा आउट दिया गया था लेकिन हॉक आई के ग्राफिक्स और टीवी रिप्ले में साफ अंतर था जिसके कारण यह मामला आईसीसी के समक्ष ले जाया गया था।

कार्टर ने कहा गेंद ने टप्पा खाने और ह्यूज के पैड से टकराने के बीच में 40 सेंटीमीटर से कम की भी दूरी तय की थी जिसके कारण ह्यूज को आउट करार देने की आखिरी जिम्मेदारी अंपायर की थी लेकिन उन्होंने भी निर्णय में फेरबदल नहीं किया इसलिए ह्यूज के आउट होने के लिए जवाबदेह हम नहीं हैं। हमें यह निर्देश दिया गया है कि 40 सेंटीमीटर से कम दूरी होने पर हम पगबाधा मामले में ग्राफिक्स न दिखाएं। (वार्ता)

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