अब प्रणब मुखर्जी पर किताब

दिल्ली के पुस्तक मेले में भारत के वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी पर किताब 'प्रणब मुखर्जी द ऑल सीजन मैन' पेश की गई। किताब से सामने आए प्रणब मुखर्जी के जीवन के अनछुए पहलू। स्कूल में पिटाई भी हुई थी।

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'प्रणब मुखर्जी द ऑल सीजन मैन' किताब संग्रह है अहम लोगों की राय क। सोनिया गाँधी से लेकर लालकृष्ण आडवाणी और अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलिजा राइस, कपिल देव से लेकर मिथुन चक्रवर्ती तक, क्या सोचते लोग प्रणब मुखर्जी के बारे में। किताब की शक्ल में उनके विचार जब जारी हुए तो वित्त मंत्री मुखर्जी भी अपनी खुशी रोक नहीं पाए। उन्होंने कहा, 'मैं एक ही बात कहना चाहूँगा कि मैं वाकई सुखेंदु का एहसानमंद हूँ।'

प्रणब मुखर्जी के 75 साल होने पर यह किताब लिखी गई और महीने भर बाद बाजार में उतार दी गई। मजे की बात यह है कि किताब में मुखर्जी ने खुद कुछ नहीं लिखा है। किताब जारी करते हुए भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी वित्त मंत्री को एक बड़ा सिसायतदान और शानदार शख्स बताया।

उन्होंने कहा, 'क्रिकेट और जीवन में 75 को सम्माजनक स्कोर माना जाता है, उसके पार यह भी देखा जाता है कि ये 75 तक पहुँचे कैसे। यहाँ हमारे सामने एक ऐसा मामला है जिसमें एक व्यक्ति बेहद असरदार ढंग से पहुँचा है।

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किताब में उन हिस्सों को शामिल करने की कोशिश की गई है जिसे आम लोग नहीं जानते हैं। प्रणब मुखर्जी की जिंदगी को किताब की शक्ल देने वाले सुखेंदु शेखर रे कहते हैं, 'उनके बड़े भाई और उनकी दीदी ने जो चीजें लिखी है अपने भाई के बारे में उसमें काफी रोचक बातें हैं। जैसे कि उन्होंने बचपन में अचानक पढ़ाई बंद कर दी थी क्योंकि एक दिन टीचर ने उनकी पिटाई की थी। बाद में वही लड़का क्लास में फर्स्ट होता रहा। बचपन में ही प्रणब बोलते थे कि एक दिन आएगा जब हम हवाई जहाज में चढ़कर दुनिया की सैर करेंगे, भारत के राजदूत बनकर। जब उन्होंने सुना कि दीदी आपके बारे में ऐसा कह रही थी तो वह बहुत हँसने लगे और हमको कई सारी अन्य चीजें भी बताने लगे।'

बरहाल जीवन के 75 बसंत देखने और इनमें से 40 साल संसद के इर्द-गिर्द बिताने वाले प्रणब मुखर्जी की किताब क्या गुल खिलाती है, यह देखना अभी बाकी है।

- अनवर जमाल अशरफ, नई दिल्ली

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