अण्णा हजारे नहीं लेंगे 1 करोड़ का पुरस्कार

गुरुवार, 5 मई 2011 (18:14 IST)
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लोकपाल विधेयक पर संयुक्त समिति बनाने की मांग को लेकर पूरे देश से समर्थन प्राप्त करने वाले गांधीवादी विचारक अण्णा हजारे ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (आईआईपीएम) द्वारा दिए जाने वाले एक करोड़ रुपए राशि के वर्ष 2011 के रवींद्रनाथ टैगोर शांति पुरस्कार को लेने से मना कर दिया है।

हजारे ने अहमदनगर जिले में अपने गांव रालेगन सिद्धि में संवाददाताओं से कह कि मैंने दिल्ली की संस्था द्वारा घोषित पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है। हजारे ने कहा मैं यह नहीं बता सकता कि पुरस्कार लेने से इनकार क्यों किया है। लेकिन मेरे मन ने पुरस्कार लेने से मना किया। इस पुरस्कार में एक करोड़ रुपए की राशि, एक स्वर्ण पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।

पुरस्कार की घोषणा करते हुए आईआईपीएम के प्रोफेसर अरिंदम चौधरी ने कहा था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अहिंसक आंदोलन करने और अपने दृढ़निश्चय के प्रति मजबूत एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए अण्णा हजारे को चुना गया है। (भाषा)

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