बाबरी विध्वंस में शामिल नहीं थी-उमा

गुरुवार, 2 जुलाई 2009 (17:16 IST)
भाजपा से निष्कासित नेता और बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले की प्रमुख अभियुक्त उमा भारती ने गुरुवार को फिर कहा कि वे इसमें शामिल नहीं थीं। उन्होंने कहा कि लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट के मद्देनजर वे कोई भी परिणाम झेलने को तैयार हैं।

उमा ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने राम मंदिर के निर्माण पर समर्थन जुटाने के लिए आंदोलन का महज नेतृत्व किया था।

महिला आरक्षण विधेयक पर रैली को संबोधित करते हुए भारतीय जनशक्ति प्रमुख ने कहा कि उस दिन 2.5 लाख कार्यकर्ता थे और ढाँचे को ढहाने से पहले उन्होंने किसी की बात नहीं सुनी।

उमा ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव ने ढाँचे को विध्वंस से बचाने को लेकर ‘निष्क्रियता’ दिखाई। उन्होंने कहा नरसिंह राव 15 मिनट की दूरी पर फैजाबाद में मौजूद बलों को ढाँचे को ध्वस्त किए जाने से बचाने का आदेश दे सकते थे, लेकिन उन्होंने 2.5 लाख कार्यकर्ताओं पर गोली चलाने का आदेश देने का साहस नहीं किया।

कार्यकर्ताओं को रोकने में विफल रहने को लेकर आलोचना का सामना कर रहीं उमा ने कहा क्यों सोनिया गाँधी 1984 में दंगों को नहीं रोक सकीं, जब उनके पति राजीव गाँधी प्रधानमंत्री थे। हालाँकि उन्होंने कहा कि अगर वे दोषी पाई गईं तो वे किसी भी परिणाम को झेलने के लिए तैयार हैं।

वेबदुनिया पर पढ़ें