राष्ट्रपति ने जांबाज लड़कियों का हौसला बढ़ाया

गुरुवार, 8 दिसंबर 2011 (01:13 IST)
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राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने रिवार और समाज के भारी दबाव के बावजूद बाल विवाह का विरोध करने वाली तीन लड़कियों को उनके इस जज्बे के लिए सम्मानित करके उनका हौसला बढ़ाया।

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला के एक सुदूर गांव की रहने वाली 15 वर्षीय संगीता बौड़ी, बीना कालिंदी और मुक्ति माझी का यही हौसला उन्हें अपनी उम्र की कई अन्य लड़कियों से अलग करता है। उनकी कहानी सुनने के बाद राष्ट्रपति ने उन्हें 10-10 हजार रुपए के इनाम से पुरस्कृत किया।

संगीता ने ‘कुछ वक्त पहले शादी से इनकार करते वक्त मैं इतनी घबराई नहीं थी। मैं सभी के खिलाफ गई..मैंने अपने घरवालों, बड़ों और गांव के अन्य लोगों का विरोध किया..उन्हें मानना पड़ा। लेकिन जब मुझे बताया गया कि राष्ट्रपति मुझसे मिलेंगी और मुझे पुरस्कार देंगी, मैं बिलकुल ठंडी पड़ गई।’

इस मौके पर प्रतिभा पाटिल ने कहा ‘मुझे इस बात से बहुत खुशी है कि इन तीनों ने बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई का विरोध किया है। स्कूल जाने वाली ये लड़कियां अपने गांव और बाहर की कई लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत की तरह हैं।’

संगीता पुरस्कार लेते वक्त बहुत खुश थी, लेकिन थोड़ी घबराई हुई भी लग रही थी। उस वक्त उसके पिता विभूति भी उसके साथ मौजूद थे। पुरस्कार देने के बाद राष्ट्रपति ने पुरुलिया जिला प्रशासन के अधिकारियों से इन लड़कियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें कई गांवों ले जाने के लिए कहा, ताकि समाज उनसे प्रेरणा ले सके।

पुरुलिया के जिलाधिकारी अवनिंद्र सिंह ने कहा ‘ये लड़कियां चर्चित हो गई हैं। उनके मजबूत इरादों के कारण उन्हें अपने गांव और आसपास के इलाकों में बहुत सम्मान की नजर से देखा जा रहा है। उन्हें कोलकाता जैसे शहरों में बड़े समारोह में आमंत्रित किया जा रहा है।’(भाषा)

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