हेडली, राणा से पूछताछ करना चाहेगा भारत

मंगलवार, 8 दिसंबर 2009 (22:35 IST)
भारत ने मंगलवार को कहा कि वे मुंबई हमलों में भूमिका को लेकर अभियोगात्मक सबूत मिलने के मद्देनजर संदिग्ध आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली और उसके साथी तहव्वुर हुसैन राणा से पूछताछ करना चाहता है।

भारत ने यह भी कहा कि वह पाकिस्तान की धरती और अफगानिस्तान से उपज रहे आतंकवाद के व्यापक मुद्दे से निपटने के लिए पाकिस्तान में आतंकवाद की समस्या के संतोषजनक हल की उम्मीद करता है।

विदेश सचिव निरुपमा राव ने मास्को से स्वदेश वापसी के दौरान प्रधानमंत्री के साथ गए संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि हम इन आरोपियों से पूछताछ करना चाहेंगे। वे उस सवाल का जवाब दे रही थीं जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या भारत हेडली और राणा के प्रत्यर्पण की माँग करेगा। ये दोनों फिलहाल शिकागो में एफबीआई की हिरासत में हैं।

उनकी यह टिप्पणी मुंबई हमले से जुड़े मामले में हेडली पर आपराधिक साजिश में शामिल होने का आरोप दर्ज किए जाने के बाद आई है।

राव ने कहा कि यह बात सामने आई है कि मुंबई हमले की साजिश रचने में हेडली और राणा की भूमिका के बारे में काफी अभियोगात्मक साक्ष्य हैं। उपलब्ध सबूत यह भी बयाँ करते हैं कि 26 नवंबर के हमले की साजिश रचने वालों में से कुछ लोग पाकिस्तानी नागरिक थे।

सवालों का जवाब देते हुए निरुपमा राव ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान अपनी परमाणु संपदा की इस कदर रक्षा करने में सक्षम होगा कि वह क्षेत्र के लिए खतरा नहीं बने। उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव ने राय जाहिर की थी कि इस बात का खयाल रखा जाना चाहिए कि पाकिस्तान की परमाणु संपदा आतंकवादियों या शैतान तत्वों के हाथ में न पड़ें।

राव ने कहा कि भारत पाकिस्तान में अच्छे और बुरे तालिबान के विभेद के पचड़े में नहीं पड़ना चाहता। सिंह और मेदवेदेव के बीच शिखर सम्मेलन के बाद कल जारी संयुक्त वक्तव्य में आतंकवाद से लड़ने पर सहमति जताई थी। राव ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की उम्मीदवारी गंभीर है। (भाषा)

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