एपीजे अब्दुल कलाम का विजन 2020 पूरा होगा

गुरुवार, 25 अक्टूबर 2012 (23:25 IST)
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विजन 2020 से देश की किस्मत बदलने की बात कहते हुए पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा कि हमें देश के अपने गांवों की तरफ विशेष ध्यान देना होगा, क्योंकि जब तक विकास के मामले में गांव और शहर एक समान नहीं हो जाएंगे, तब तक देश का विकास नहीं हो पाएगा और उम्मीद है कि आने वाले आठ सालों में यह काम पूरा हो जाएगा।

पूर्व राष्ट्रपति कलाम आईआईटी कानपुर के स्टूडेंट जिमखाना के गोल्डन जुबली समारोह में भाग लेने आए थे। इस अवसर पर उन्होंने आईआईटी के छात्र-छात्राओं से अपने ज्ञान का उपयोग देश की सेवा में लगाने की शपथ भी दिलाई।

उन्होंने कहा कि विजन 2020 का सपना साकार होने में अभी आठ साल का समय बाकी है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि यह सपना आने वाले आठ सालों में पूरा हो जाएगा, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि ग्रामीण और शहरी विकास के बीच का अंतर घटाया जाए।

कलाम ने कहा, देश की सबसे अधिक आबादी गांवों में ही बसती है और जब तक हम गांवों और शहरों के बीच विकास में समानता नहीं लाएंगे तब तक देश का समग्र विकास कैसे होगा? इसलिए जरूरी है कि गांवों में जल्द से जल्द आवश्यक विकास कार्यक्रमों पर काम हो और देश में ऐसा हो रहा है।

उन्होंने कहा कि आईआईटी के छात्र बहुत ही काबिल माने जाते हैं और वह जिस भी क्षेत्र में जाते हैं, वहां अपनी सफलता के झंडे गाड़ते हैं, फिर वह चाहे नौकरी हो या कोई बिजनेस या फिर कोई अन्य क्षेत्र। इसलिए आईआईटी के छात्रों को चाहिए कि वह अपने साथ-साथ अपने समाज के लिए भी कुछ करें, जिसने उन्हें इतना कुछ दिया है।

पूर्व राष्ट्रपति कलाम ने कहा कि कानपुर में बहुत समस्याएं हैं, जैसे यहां की स्लम समस्या, प्रदूषण की समस्या, महिलाओं और पुरुषों के अनुपात में अंतर आदि। उन्होंने आईआईटी छात्रों से कहा कि वह जिस शहर कानपुर से उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, उसके विकास के लिए भी अपना योगदान दें और हर छात्र के मन में 'टू पे बैक द सोसाएटी' की भावना होनी चाहिए।

मिसाइलमैन ने कहा कि स्टूडेंड जिमखाना के गोल्डन जुबली समारोह में शामिल सभी छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई कि वह देश को विकास के मार्ग पर बढ़ाने के लिए अपना भरपूर योगदान देंगे तथा देश के विकास के लिए मार्ग प्रशस्‍त करेंगे।

उन्होंने शपथ दिलाई कि छात्र-छात्राएं एक भ्रष्टाचारमुक्त साफ-सुथरे समाज का निर्माण करें, ताकि आने वाली पीढ़ी एक बेहतर जीवन व्यतीत कर सके। छात्र-छात्राएं देश से गरीबी हटाने के लिए नई-नई योजनाओं पर काम करें।

उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में उनसे एक छात्रा ने सवाल किया था कि जब हमारा देश गरीब था तो हमने परमाणु परीक्षण पर क्यों करोड़ों रुपए खर्च कर दिए? हमारे देश को यह पैसा देश की गरीबी हटाने के लिए करना चाहिए था।

इस पर मैंने जवाब दिया कि देश पर काफी समय तक विदेशी शक्तियों का राज रहा है और अब कोई विदेशी मुल्क हमारे देश की तरफ टेढ़ी निगाह से न देखे, इसलिए परमाणु परीक्षण करना हमारी मजबूरी थी, क्योंकि हम अपने देश की सीमाओं को मजबूत बनाना चाहते थे।

इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति कलाम ने आईआईटी के विंड टनल फैकल्टी का निरीक्षण किया और आईआईटी से हवा में भेजे जाने वाले गुब्बारे का भी निरीक्षण किया। उन्होंने संस्थान के अध्यापकों से वहां चल रहे शोध और रिसर्च कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की। (भाषा)

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