ऑस्कर पुरस्कारों की उल्टी गिनती खत्म हो गई है और हिन्दुस्तान में लोगों का इंतजार समाप्त हुआ। जो यह सोच रहे थे कि क्या यह रात रहमान के नाम होगी और उनके हाथों में ऑस्कर ट्रॉफी होगी। आज उनके उल्लास को पंख लग गए है। भारत में आज जश्न का माहौल है।
बहुचर्चित फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर को इन पुरस्कारों के लिए 10 नामांकन मिले थे, जिसमें दो नामांकन रहमान को फिल्म में उनके संगीतबद्ध किए गए गीत 'जय हो' और 'ओ साया' के लिए मिले।
रहमान पहले से ही लॉस एंजिल्स में मौजूद थे और रसुल पोकुट्टी तथा डेनी बॉयल फिल्म के अन्य सदस्यों के साथ जल्द ही वहाँ पहुँच गए। । सर्वश्रेष्ठ संगीत श्रेणी में रहमान का मुकाबला अलेक्जेंद्र डेस्प्लेट (बेजामिन बटन), जेम्स न्यूटन हॉवर्ड (डिफियान्स), डेनी एल्फमैन (मिल्क) और थॉमस न्यूमैन (वॉल ई) के साथ था।
रहमान का मुख्य मुकाबला पीटर ग्रेब्रियल और थामस न्यूमैन के साथ था । उनके संगीतबद्ध किए गए गाने 'जय हो' को गुलजार और 'ओ साया' को मातंगी माया अरूलप्रगासम ने लिखा है।
पहले ही रहमान की झोली में गोल्डन ग्लोब, बाफ्टा, सैटेलाइट पुरस्कार और लॉस एंजिल्स फिल्म आलोचक पुरस्कार सहित कई पुरस्कार आ चुके हैं। अब ऑस्कर की सुनहरी बरखा में उन्होंने अपने साथ पूरे भारत को नहला दिया है। रहमान ने सिद्ध कर दिया कि इरादों की बुलंदी के सामने हर मुश्किल आसान है। आठ ऑस्कर हासिल करने के बाद आज उनके लिए चारों ओर गूंज रहा है जय हो ...!