कांग्रेस गठबंधन खत्म करने को स्वतंत्र-ममता

शनिवार, 7 जनवरी 2012 (21:44 IST)
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस की बीच की कलह आज उस वक्त खुलकर सामने आ गई जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर सीधा हमला बोला और कहा कि कांग्रेस गठबंधन खत्म करने को स्वतंत्र है।

तृणमूल प्रमुख ने आरोप लगाया कि कांग्रेस उनकी पार्टी के खिलाफ आधारहीन बातों को हवा दे रही है क्योंकि उन्होंने खुदरा कारोबार में एफडीआई, पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी और देश के संघीय ढांचे में हस्तक्षेप का विरोध किया था।

दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि पार्टी राज्य में तृणमूल कांग्रेस नीत गठबंधन से अलग नहीं हो रही है वहीं कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने तृणमूल कांग्रेस को अत्यधिक आक्रामक और भड़काऊ तरीके से प्रतिक्रिया नहीं करने की सलाह दी।

ममता ने कहा कि बीते पांच जनवरी रायगंज विश्वविद्यालय के एक कॉलेज के प्राचार्य के साथ र्दुव्‍यवहार के मुद्दे को लेकर कांग्रेस तृणमूल के खिलाफ दुष्प्रचार को बढ़ावा दे रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि हमने खुदरा कारोबार में एफडीआई, पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी और देश के संघीय ढांचे में दखल का विरोध किया था।

उन्होंने कहा कि लोकायुक्त को जबरन लोकपाल में शामिल किया गया। कांग्रेस ने हमारे शब्दों का मान नहीं रखा। इस पर मतदान नहीं कराया गया।

ममता ने कहा कि अगर कांग्रेस को लगता है कि वह माकपा के साथ जा सकती है, तो वह ऐसा कर सकती है। उसके लिए दरवाजा खुला है। अगर कांग्रेस माकपा के साथ काम करती है तो वह तृणमूल कांग्रेस के साथ काम नहीं करेगी। तृणमूल कांग्रेस अकेले चल सकती है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसलिए भी चिंतित है क्योंकि तृणमूल कांग्रेस उत्तर प्रदेश और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में अकेले लड़ने का फैसला किया।

कांग्रेस पर माकपा के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कॉलेज के प्राचार्य दिलीप डे सरकार के साथ र्दुव्‍यवहार के मामले को लेकर उनकी पार्टी को बदनाम किया जा रहा है।

प्राचार्य के साथ र्दुव्‍यवहार उस वक्त किया गया था जब तृणमूल छात्र परिषद और कांग्रेस छात्र परिषद के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। मुख्यमंत्री ने इसे घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। (भाषा)

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