श्रीनगर के अनेक स्थानों पर हुर्रियत कॉन्फ्रेंस समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक संघर्ष में शुक्रवार को छह सुरक्षा जवानों सहित कम से कम 25 लोग घायल हो गए।
सूत्रों ने कहा कि ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के आसपास के इलाकों में जुमे की नमाज के बाद आज उस समय विवाद भड़क गया, जब पुलिस ने हुर्रियत के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुक द्वारा निकाली जा रही चुनाव विरोधी रैली को रोका।
28 अप्रैल से नजरबंद मीरवाइज के आंदोलन से अधिकारियों ने आज पाबंदी हटा दी थी। इसके बाद हुर्रियत नेता ने लोगों से जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज में उनके साथ शामिल होने के लिए अपील की।
श्रीनगर में एक मई को लोगों की गतिविधियों पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे, जिसके बाद उस दिन जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज अदा नहीं की जा सकी।
प्रतिबंधों को धार्मिक मामलों में सीधे दखल की संज्ञा देते हुए मीरवाइज ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आज पाबंदी लगाई गई तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
सूत्रों ने कहा कि हुर्रियत समर्थकों ने चुनाव विरोधी और आजादी समर्थक नारे लगाते हुए कई स्थानों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों पर पथराव किया।
भीड़ को तितर बितर करने के लिए आँसूगैस के गोले छोड़े जाने और लाठीचार्ज का कोई असर नहीं हुआ, जिसके बाद पुलिस ने रबर की गोलियाँ चलाईं।