पीडीपी की 'करतूत' पर बरसे उमर

रविवार, 13 फ़रवरी 2011 (23:08 IST)
जम्मू-कश्मीर की मुख्य विपक्षी पार्टी पीपुल्स डेमोकेट्रिक पार्टी (पीडीपी) द्वारा अक्साई चिन इलाके को चीन का हिस्सा दिखाए जाने के बाद विवाद पैदा हो गया है। राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस विवादास्पद नक्शे पर पीडीपी की निंदा की है और कहा है कि अपने देश की भूमि को ‘तोहफे के तौर पर सौंपा जाना’ स्वीकार नहीं किया जाएगा।

पीडीपी ने शनिवार को एक पावरप्वाइंट प्रस्तुतिकरण के दौरान एक नक्शा पेश किया था, जिसमें अक्साई चिन और काराकोरम क्षेत्र को लाल और पीओके को हरे रंग से चिह्नित किया गया था। इस नक्शे ने ऐसी तस्वीर पेश की, जैसे संबंधित देशों द्वारा इन हिस्सों के अधिग्रहण को स्वीकार कर लिया गया है। गौरतलब है कि भारत इन क्षेत्रों को अपनी भूमि का हिस्सा मानता है।

उमर ने कहा कि अब यह पीडीपी पर निर्भर करता है कि वह इस नक्शे को कैसे स्पष्ट करते हैं। मुझे नहीं लगता कि यह किसी को भी स्वीकार्य होगा कि अपने देश के किसी हिस्से को इस तरह से किसी को बतौर तोहफे के रूप में सौंप दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हालाँकि वे स्वयं सभी सीमाओं को अप्रासंगिक बनाने के पक्षधर हैं, ताकि मुक्त व्यापार और दोनों तरफ की यात्रा सुनिश्चित हो सके।

कुछ भी गलत नहीं : इस बीच पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उनके दल ने ऐसा कुछ नहीं किया, जो देश की संप्रभुता को चुनौती दे। उन्होंने कहा कि हमने सिर्फ कश्मीर-लेह से यारकंड तक की दूरी दिखाई है, जो चीन में है। ये मार्ग 1947 के पहले खुले थे। हमने नक्शे में बदलाव से जुड़ा कुछ नहीं किया है। यह पावरप्वाइंट प्रजेंटेशन 1947 के पहले मध्य एशिया और चीन के बड़े व्यापार केंद्रों से श्रीनगर के बीच की दूरी प्रदर्शित करने के लिए था।

गलती से हुआ : दूसरी तरफ केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि अगर पीडीपी ने ऐसा भूलवश नहीं किया है तो इस मामले में क्या किए जाने की जरूरत है वह इस पर विचार करेंगे। चिदंबरम ने कहा कि मुझे लगता है किसी से गलती हुई है। अगर ऐसा भूलवश नहीं हुआ है, तो हम देखेंगे कि क्या किए जाने की जरूरत है। (भाषा)

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