बारामूला में हिंसा के बाद कर्फ्यू

जम्मू-कश्मीर के बारामूला शहर में सुरक्षाबलों की कथित ज्यादती के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में एक 25 वर्षीय छात्र की मौत हो गई और झड़पों में 18 अन्य घायल हो गए। बिगड़ते हालात के चलते प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में पुलिस ने गोली चलाई जो इरफान अहमद नामक एक यूनिवर्सिटी छात्र के छाती में लगी। इससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

सूत्रों के अनुसार लाठीचार्ज और अश्रु गैस के गोले दागने पर प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण न होता देख पुलिस ने फायरिंग की। गोली लगने से घायल हुए एक व्यक्ति को गंभीर हालत में उसे श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

शहर में कर्फ्यू लगाने के बाद भी सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जिसमें 13 लोग घायल हो गए। इनमें पाँच पुलिसवाले हैं। सूत्रों ने बताया कि तेज गति से चल रहे पुलिस के वाहन से टकराकर एक युवक को भी चोट लगी है। सरकार विरोधी नारों के बीच मृतक छात्र को शहर के जलाल साहिब क्षेत्र में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।

झड़प उस समय शुरू हुई जब सैकड़ों प्रदर्शनकारी सुरक्षा बलों के खिलाफ कार्रवाई की माँग करते हुए सड़कों पर उतर आए और श्रीनगर-मुजफ्फराबाद सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया।

अलगाववादी नारे लगाते हुए और शुक्रवार को अलगाववादी समर्थित हड़ताल के दौरान गिरफ्तार किए गए युवकों की रिहाई की माँग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने रैली निकालने की कोशिश की, जिसे सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया।

इसे लेकर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच तीखी झड़प हुई, जिसके बाद उत्तरी कश्मीर के इस शहर में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगाना पड़ा।

वेबदुनिया पर पढ़ें