बाल ठाकरे ने सरकार की आलोचना की

बुधवार, 30 मार्च 2011 (16:24 IST)
शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने क्रिकेट के सहारे पाकिस्तान के साथ कूटिनीतिक संबंध सुधारने के लिए मनमोहनसिंह सरकार की आलोचना की।

उन्होंने कहा कि मोहाली में आज भारत और भाकिस्तान के साथ क्रिकेट युद्ध होने वाला है ऐसे में क्रिकेट कूटनीति का प्रश्न कहाँ उठता है। उन्होंने कहा कि अपनी अकुशलता को क्रिकेट कूटनीति के पीछे छिपाएँ नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार को मालूम ही नहीं कि कब बात करना चाहिए कब नहीं करनी चाहिए।

ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना में कहा कि आज भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट युद्ध हो रहा है और दूसरी ओर सरकार ने पाकिस्तान के स्वागत में हरा गलीचा बिछा रही है।

भारत-पाकिस्तान के बीच विश्व कप क्रिकेट सेमीफाइनल मैच देखने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह द्वारा अपने पाकिस्तानी समकक्ष को न्योता दिए जाने के बाद शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने अब मोहाली स्टेडियम में पाकिस्तानी टीम के नमाज अदा करने पर ऐतराज जताया है।

ठाकरे ने लिखा है कि पाकिस्तान टीम अपने कमरों में नमाज अदा कर सकती है, लेकिन मैदान पर ऐसा करके (मोहाली स्टेडियम में) उन्होंने धर्मयुद्ध का आह्वान किया है।

शिवसेना प्रमुख ने कहा कि टैंक, सेना, तोपखाना और मिसाइलें मोहाली में तैनात की गई है। क्या इनकी तैनाती महज मैच को लेकर है? ऐसी तैयारी तो अन्य मैचों के दौरान दिखाई नहीं देती। पाकिस्तानियों के लिए ही ऐसा क्यों होना चाहिए?

गौरतलब है कि इससे पहले ठाकरे ने कहा था कि यदि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और वहाँ के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी मैच देखने के लिए शांति के नाम पर बुलाए जाते हैं, तो कसाब और गुरु के साथ अन्याय क्यों किया जाना चाहिए।

उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि जिन लोगों ने देश के लिए कुर्बानी दी उन्हें सिर्फ श्रद्धांजलि दे दी गई जबकि संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरु को अभी तक फाँसी पर नहीं लटकाया गया। (एजेंसियाँ)

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