मथुरा में दुर्लभ उल्लू बरामद

बुधवार, 2 सितम्बर 2009 (20:59 IST)
उत्तरप्रदेश के मथुरा जनपद में वनविभाग के अधिकारियों ने साप्ताहिक हाट में मजमा लगाकर उल्लू के पंख व नाखून से बने तावीज बेचने वाले से दुर्लभ प्रजाति का एक उल्लू बरामद किया है।

तीन वर्ष आयु का यह उल्लू उक्त प्रजाति के उल्लुओं से अधिक ऊँचाई है। वन विभाग ने पकड़े गए उल्लू को कानपुर के चिड़ियाघर भेज दिया है।

प्रभागीय सामाजिक वानिकी निदेशक डॉ. केएल मीणा ने बताया कि पशु पक्षी क्रूरता अधिनियम में पकड़े गए राजस्थान के अलवर जनपद का निवासी शब्बीर के पिता फतह मुहम्मद पहले भालू का नाच दिखाया करते थे। लेकिन जानवरों को इस प्रकार से रखने तथा प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगने के बाद उसका भालू जब्त कर आगरा के वन क्षेत्र में बनाए गए भालू अभयारण्य में भेज दिया गया।

उन्होंने बताया कि उसके बाद शब्बीर ने अलवर से बोरिमल प्रजाति का उल्लू खरीदा और मजमा लगाकर लोगों को तावीज बेचने लगा। इस प्रजाति के उल्लू भारत व पाकिस्तान के सूखे पर्वतीय इलाकों में पाए जाते हैं तथा यूरोप, उत्तरी अमेरिका व अलास्का आदि में पाए जाने वाली इसी प्रजाति के उल्लुओं से कद में कुछ ज्यादा ऊँचे होते हैं ।

मीणा ने बताया कि मथुरा से बरामद किया गया उक्त उल्लू 36 सेमी ऊँचाई वाला है जबकि इन प्रजाति के उल्लुओं की सामान्य ऊँचाई 30 सेमी तक ही होती है।

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