गुजरात के वनकर्मियों की 40 वर्ष बाद छवि बदलने वाली है क्योंकि उन्हें नए डिजाइन की गंध रहित वर्दी और अधिक सुविधा वाले वस्त्र उपकरण मुहैया कराए जा रहे हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) द्वारा डिजाइन किए गए नए परिधान को गिर राष्ट्रीय पार्क के वनकर्मियों को सबसे पहले मुहैया कराया जा रहा है।
निफ्ट गांधीनगर के प्रमुख विशाल गुप्ता ने कहा कि वनकर्मियों के लिए हल्के खाकी रंग की वर्दी डिजाइन की गई है जो सूक्ष्मजीवी प्रतिरोधी होने के कारण गंध रहित है और गर्मियों में यह काफी सुविधाजनक है।
उन्होंने कहा कि परिधान में साँपों के काटने से रक्षा के लिए टखना कवच है, रोजमर्रा की वस्तुओं के लिए बड़ा थला है और लंबी पैदल यात्रा के लिए एक जोड़ा बढ़िया जूता है।
वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव एसएन नंदा ने कहा कि गिर में रेंजर्स के लिए नई वर्दी अपने अधिकारियों की नई छवि दर्शाने के लिए तैयार की गई है।
उन्होंने कहा कि वर्दी उनके लिए विशेष पैकेज का हिस्सा है। इसे एक या दो महीने के अंदर लागू करने की उम्मीद है। इससे पहले वनकर्मी राज्य सरकार के प्रस्ताव के मुताबिक वर्दी प्राप्त करते थे। यह 1970 के वन विभाग अधिकारियों के ड्रेस कोड पर आधारित है जिसमें संशोधन की संभावना है। (भाष)