विधानसभा चुनाव:बसंत में खिला 'कमल'

गुरुवार, 17 फ़रवरी 2011 (19:53 IST)
बासंती बयार अंचल के राजनीतिक क्षेत्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए खुशियों का पैगाम लेकर आई है। विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित कुक्षी (धार) सीट तथा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सोनकच्छ (देवास) सीट कांग्रेस के कब्जे से छीन कर शानदार जीत दर्ज की है।

ये दोनों सीटें क्रमशः 21 और 13 साल से कांग्रेस के आधिपत्य में थी। मुकामसिंह किराड़े ने कुक्षी में तथा श्री राजेन्द्र वर्मा ने सोनकच्छ में भाजपा की विजयश्री का परचम फहराया है।

कुक्षी पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष श्रीमती जमुनादेवी की परंपरागत सीट रही है। उनके निधन के कारण इस क्षेत्र में उपचुनाव हुए है। इस बार भाजपा के मुकामसिंह किराड़े ने 60 हजार 294 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है। उनकी निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की निशा सिंघार को 44 हजार 178 मत मिले हैं।

भारतीय जनता पार्टी को मतगणना के 13 में से 12 चक्रों में बढ़त हासिल हुई। इस तरह भाजपा की एक तरफा जीत हुई है। सभी निर्दलीय उम्मीदवारों को मतदाताओं का समर्थन पाने में कोई खास सफलता हासिल नहीं हो पाई।

उल्लेखनीय है कि श्रीमती जमुनादेवी ने पिछला विस चुनाव भाजपा की रेलम चौहान को 10 हजार 800 मतों से हराकर जीता था जबकि इस बार भाजपा ने यह सीट 16 हजार 116 मतों से जीत ली है। चुनाव परिणाम घोषित होते ही कुक्षी में भाजपा प्रत्याशी का विशाल एवं ऐतिहासिक विजय जुलूस निकला।

विकास के नाम पर जीत : कुक्षी के विजयी प्रत्याशी मुकामसिंह किराड़े ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को अपनी जीत का मुख्य आधार बताया। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि एक बार फिर भाजपा ने विकास के नाम पर जीत दर्ज की है। किराड़े ने क्षेत्र के मतदाताओं को आश्वस्त किया कि वे कुक्षी में नर्मदा का पानी लाने से लेकर सड़क, बिजली व अन्य तमाम सुविधाओं को लेकर विशेष प्रयास करेंगे। आदिवासी अंचल में ट्रांसफॉर्मर लगवाने के लिए करेंगे।

सपत्निक विधानसभा जाएँगे : 11 जुलाई 1970 को जन्में श्री किराड़े अब सपत्निक विधानसभा में पहुँचेंगे। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रंजना बघेल मनावर से विधायक और राज्यमंत्री हैं। श्रीमती बघेल ने भी चर्चा में जनता को भरोसा दिलाया कि वे अपने पति के साथ मिलकर कुक्षी क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करेंगी।

घोषणाएँ होंगी पूरी : राज्यमंत्री रंजना बघेल ने इस जीत को भाजपा और शिवराज की जीत बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने डही को तहसील बनाने की घोषणा की थी जिसे उन्होंने पूरा किया। उपचुनाव में भी उन्होंने जो घोषणाएँ की हैं वे सब पूरी कर जाएँगी। सिंचाई के लिए बेल बाबा डेम योजना को पूरा किया जाएगा।

सोनकच्छ में शिव की आँधी : सोनकच्छ उपचुनाव में भाजपा के राजेन्द्र वर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के अर्जुन वर्मा को 19 हजार 300 से भी ज्यादा मतों से शिकस्त दी। यहाँ भी मतगणना के सभी 18 चक्रों में भाजपा कांग्रेस से आगे रही। चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का जादू काम कर गया। दूसरे शब्दों में कहें तो शिव की आँधी में क्षेत्रीय सांसद सज्जनसिंह वर्मा और उनकी कांग्रेस बह गई।

ईवीएम में आई खराबी : हालाँकि शाम तक अधिकृत नतीजे की घोषणा इसलिए नहीं की जा सकी कि तीन ईवीएम के परिणाम सामने नहीं आ सके थे। इस संबंध में कलेक्टर ने चुनाव आयोग से दिशा-निर्देश माँगे हैं। मतगणना की शुरुआत में ही सँवरसी के बूथ क्र. 63 की मशीन क्र. बी 4-3998 में खराबी आ गई। यहाँ कुल 749 मतदाता थे, जिनमें से 525 ने मतदान किया था।

इसी तरह 9वें राउंड में पीपलरावाँ के बूथ क्र. 110 की ईवीएम क्र. बी 05123 में सील नहीं होने के कारण मतगणना कुछ देर तक रोकना पड़ी। यहाँ कुल 1239 मतदाताओं में से 1094 ने वोट डाले थे। पाल्डया मोहबा के बूथ क्र. 123 की मशीन ई-00, 3907 में निर्धारित स्थान पर सील नहीं होने के कारण उसकी मतगणना नहीं की गई। इसमें कुल 375 मतदाताओं में से 343 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। (नईदुनिया)

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