वीर-जारा का सच्चा किस्सा

शनिवार, 2 जून 2007 (21:09 IST)
वीर-जारा फिल्म की प्रेम कहानी अगर असल जीवन में सुनने को मिले, तो आपके कानों को विश्वास नहीं होगा।

एक ऐसा ही किस्सा है प्रेम और विश्वास का, जिसमें इन दोनों ने विवाह किया पर विवाह के बाद इस जारा को अपने वीर का चौदह वर्षों तक इंतजार करना है।

धौलपुर की ये जारा हैं सुधा और इनके वीर हैं गगन शर्मा। 24 वर्षीय गगन को चौदह वर्ष की कैद हुई है, पर जेल जाने से पहले इन दोनों ने अपना विवाह रचाकर प्रेम की निराली दास्ताँ लिखी।

2003 में गगन को अपने साथी छात्रनेता की हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था। 2005 में गगन को दोषी करार करते हुए चौदह साल की सजा सुनाई गई थी।

गगन के अनुसार मुझे दोषी करार करने के बाद 2005 में मैंने वकालत की पढ़ाई करने का मन बनाया। मेरा परिवार चाहता था कि मेरे जेल जाने से पहले मैं और सुधा विवाह कर लें, इसलिए हमने शादी भी की। मैं दोबारा समाज की मुख्यधारा के साथ जुड़ना चाहता हूँ।

दूसरी ओर सुधा के परिवार वालों को भी दोनों के इस फैसले से कोई दिक्कत नहीं है। अब सुधा को इंतजार है कि गगन अपनी सजा काटकर फिर से उसकी दुनिया में लौट आए।

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