हजारे भ्रष्टाचार विरोधी धर्मयोद्धा-विहिप

शनिवार, 9 अप्रैल 2011 (20:22 IST)
अन्ना हजारे को भ्रष्टाचार विरोधी ‘धर्मयोद्धा’ बताते हुए विहिप ने शनिवार को कहा कि उनके आमरण अनशन ने सरकार को प्रभावकारी लोकपाल विधेयक का प्रारूप तैयार करने के लिए एक ऐसी संयुक्त समिति गठित करने पर राजी होने को मजबूर किया, जिसमें आधे मंत्री और आधे समाज के प्रतिनिधि होंगे।

विहिप के वरिष्ठ नेता सुरेन्द्र जैन ने यहाँ कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई में इस पहली विजय के लिए हम हजारे को शत-शत प्रणाम करते हैं। हजारे के साथ ही यह भ्रष्टाचार के विरुद्ध देशवासियों की एकजुटता की भी विजय है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर विहिप भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध तन-मन से लड़ने का प्रण करती है और इससे लड़ने वाले हर संगठन और व्यक्ति को उसका समर्थन प्राप्त होगा।

जैन ने कहा कि भ्रष्टाचार के अलावा आतंकवाद देश के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। संसद पर हमले की साजिश में शामिल अफजल गुरु को फाँसी दिए जाने की सजा पर तामील नहीं करने के लिए उन्होंने सरकार की कड़ी आलोचना की। (भाषा)

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