तुम्हारे खयाल मात्र से!

ND
ND
कोई कारण नहीं है
फिर भी
बहुत खुश हूँ मैं
कोई नहीं है
फिर भी संतुष्ट हूँ मैं
कुछ भी नहीं है
फिर भी शिकायत नहीं है
इस सबके बावजूद
कभी-कभी
उदास हो जाती हूँ
क्यों?
पता नहीं
शायद तुम्हारे खयाल मात्र से।

वेबदुनिया पर पढ़ें