गावस्कर, कपिल से प्रेरणा लेंगे भारतीय क्रिकेटर

मंगलवार, 22 मार्च 2011 (13:04 IST)
कप्तान महेंद्रसिंह धोनी के धुरंधर 1983 की विश्वकप विजेता टीम के सदस्यों कप्तान कपिलदेव और ओपनर सुनील गावस्कर के दो विशिष्ट कीर्तिमानों से प्रेरणा लेते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहाँ के मोटेरा स्थित सरदार पटेल स्टेडियम में गुरुवार को होने वाले विश्वकप के दूसरे क्वार्टर फाइनल में उतरेंगे।

सरदार पटेल स्टेडियम वही मैदान है जहाँ गावस्कर ने 1986-87 में सबसे पहले 10000 टेस्ट रन बनाने का श्रेय हासिल किया था। गावस्कर की उपलब्धि के सात साल बाद कपिल ने इसी मैदान में अपना 432वाँ शिकार कर न्यूजीलैंड के रिचर्ड हैडली का सर्वाधिक विकेटों का विश्व रिकॉर्ड तोडा था।

54 हजार दर्शकों की क्षमता वाले मोटेरा स्टेडियम पर गावस्कर और कपिल के ये दो कीर्तिमान भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करने और सेमीफाइनल में पहुँचने की प्रेरणा दे सकते हैं1 हालाँकि इस मैदान पर भारत का रिकॉर्ड कोई बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है।

भारत ने यहाँ 13 मैचों में से पाँच जीते हैं, सात हारे हैं और एक रद्द रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर चार मैचों में से तीन जीते हैं और एक हारा है। मौजूदा विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया ने 21 फरवरी को मोटेरा में जिम्बाब्वे को 91 रन से पराजित किया था।

इस मैदान पर पहला वनडे भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अक्टूबर 1984 में खेला गया था जिसे ऑस्ट्रेलिया ने सात विकेट से जीता था। दो साल बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 52 रन से पराजित कर दिया। ऑस्ट्रेलिया की इस मैदान पर एक अन्य जीत अप्रैल 1998 में जिम्बाब्वे के खिलाफ रही थी।

मौजूदा खिलाड़ियों में सचिन तेंडुलकर ने मोटेरा में चार मैचों में 162 रन बनाए हैं जबकि युवराजसिंह ने पाँच मैचों में 112 रन, कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने चार मैचों में 107 रन, गौतम गंभीर ने एक मैच में 103 रन और वीरेंद्र सहवाग ने चार मैचों में 69 रन बनाए हैं। (वार्ता)

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