वर्षभर होंगे विवाह, यज्ञोपवीत, गृहप्रवेश व वास्तु पूजा के मांगलिक कार्य
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2013 में 17 जनवरी से मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो गया है। इस वर्ष सौ से अधिक शुभ मुहूर्त हैं। जिनमें विवाह, यज्ञोपवीत, चौलकर्म, गृह आरंभ, वास्तु पूजा जैसे मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे।
14 जनवरी, मकर संक्रांति से सूर्य देव उत्तरायण हो गए हैं। सूर्य के उत्तरायण काल में छ: मासपर्यंत किए जाने वाले शुभ कार्यों में भगवान की विशेष कृपा होती है। इसी अवधि में वसंत पंचमी, शिवरात्रि, अक्षय तृतीया तथा भड़ली नवमी जैसे अबूझ मुहूर्त भी आते हैं। चार्तुमास के बाद देव प्रबोधिनी एकादशी से पुनः मांगलिक कार्यों का प्रारंभ हो जाता है।
सालभर में आने वाले शुभ विवाह मुहूर्त :- जनवरी -17, 23, 30, 31। फरवरी -1, 4, 5, 6, 7। मार्च-मीन संक्रांति के कारण मुहूर्त नहीं। अप्रैल -29। मई -11, 12, 13, 18, 20, 21, 26, 27, 28। जून- 2 इसके बाद गुरु तारा अस्त होगा। जुलाई -11, 13। नवंबर -13 देव प्रबोधिनी एकादशी अबूझ मुहूर्त, 18, 19, 20, 25, 28, 29। दिसंबर- 6, 10 तारीखों पर विवाह शुभ रहेगा।