वर्ष के प्रारंभ में स्त्रीकारक ग्रह शुक्र व चन्द्र की स्थिति को समझना होगा। चन्द्र मन का कारक होने के साथ-साथ स्त्री का कारक भी है। चंद्र, बुध की राशि कन्या में राहु के साथ है। चन्द्र-राहु मिलते हैं तो मानसिक चिंता का कारण बनते हैं अत: यह साल स्त्री वर्ग के लिए कुछ खास सफलता का न होकर चिंता और तनाव से भरा रहेगा।