Mahashivratri puja time: फाल्गुन माह की कृष्ण चतुर्दशी पर महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार 26 फरवरी 2025 बुधवार के दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि पर कई लोग सुबह उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर पूजा करते हैं। हालांकि पर पूरे दिन और रात ही पूजा कर सकते हैं। परंतु यदि मुहूर्त या सही समय की बात करें तो वह 2 ही समय है। जानिए पूजा के सभी मुहूर्त।ALSO READ: Mahashivaratri 2025: महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, आरती और कथा सभी एक साथ
फाल्गुनकृष्णचतुर्दश्यामादिदेवो महानिशि।
शिवलिंगतयोद्भूत: कोटिसूर्यसमप्रभ:॥- ईशान संहिता
फाल्गुन मास की चतुर्दशी पर आदिदेव महानिशा काल में करोडों सूर्यों के समान प्रभाव वाले शिवलिंग रूप में प्रकट हुए थे।
1. प्रदोष काल: शास्त्रानुसार प्रदोषकाल सूर्यास्त से 2 घड़ी (48 मिनट) तक रहता है। कुछ विद्वान मतांतर से इसे सूर्यास्त से 2 घड़ी पूर्व व सूर्यास्त से 2 घड़ी पश्चात् तक भी मान्यता देते हैं। इसी के साथ संधिकाल प्रारंभ होता है।
2. निशीथ काल: निशीथ या निशिता काल को मध्यरात्रि या अर्धरात्रि काल कहते हैं। यह समय 12 बजे के आसपास का होता है। दिल्ली टाइम के अनुसार निशीथ काल पूजा समय- मध्यरात्रि 12:09 से 12:59 के बीच।
महाशिवरात्रि पूजा का शुभ मुहूर्त:-
दिन में शुभ मुहूर्त:- अमृत काल सुबह 07:28 से 09:00 के बीच।
शाम में शुभ मुहूर्त:- गोधूलि मुहूर्त शाम 06:17 से 06:42 के बीच।
रात में शुभ मुहूर्त:- निशीथ काल समय- मध्यरात्रि 12:09 से 12:59 के बीच।
दिन में अमृत चौघड़िया: अमृत सुबह 08:15 से 09:42 के बीच।
रात में शुभ और अमृत चौघड़िया: रात्रि 07:53 से 11:00 बजे तक।
चार प्रहर की पूजा का समय:-
1. रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय- शाम 06:19 से रात्रि 09:26 बजे के बीच।
2. रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय- रात्रि 09:26 से मध्यरात्रि 12:34 के बीच। (27 फरवरी)
3. रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय- मध्यरात्रि 12:34 से मध्यरात्रि 03:41 के बीच। (27 फरवरी)
4. रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय- तड़के 03:41 से सुबह 06:48 के बीच। (27 फरवरी)