10 अंक का विशिष्ट संयोग :-
इस वर्ष महाशिवरात्रि व सोमवती अमावस्या पंचाग के पांच अंगों के आधार पर विशिष्ट संयोग के साथ आ रही है। 2013 से पहले ऐसा संयोग 2003 में बना था। अगला संयोग ठीक 10 साल बाद 2023 में बनेगा। शिव आराधना के लिए दोनों ही दिन श्रेष्ठ हैं।
तांत्रिकों के लिए विशेष दिन:-
महाशिवरात्रि स्वयं सिद्घ मुहूर्त है। जिस प्रकार दीपावली व होली की रात्रि तंत्र साधना के लिए श्रेष्ठ मानी जाती है। उसी प्रकार शिवरात्रि को तंत्र साधना दृष्टि से सिद्घियों को देने वाली रात माना गया है। 'वैदिक तंत्र' तथा 'अघोर पंथी' इस रात्रि की प्रतिक्षा करते हैं।